India Pakistan War: 'भारत से किसी भी तरह का टकराव करने से बचें. पाकिस्तान संघर्ष की बजाय कूटनीतिक तरीके से बीच का रास्ता निकालने की कोशिश करे. शांत रहने में ही पाकिस्तान की भलाई है. अपने मंत्रियों और नेताओं को बयानबाजी से बचने के लिए कहें, ताकि माहौल और खराब ना हो. यदि युद्ध होता भी है तो इसमें पाकिस्तान का ही नुकसान ज्यादा होगा.' - ये बात पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री मियां नवाज शरीफ ने अपने भाई और वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को कही. साढ़े नौ साल तक प्रधामंत्री रहे नवाज शरीफ ने ये सलाह हवा में नहीं, बल्कि तमाम परिस्थितियों को देखते हुए दी.
भारत से जंग क्यों नहीं चाहेगा पाकिस्तान?
ये बात तो साफ है कि पाकिस्तान युद्ध लड़ने की स्थिति में नहीं है. खासकर, भारत ने बीते कुछ सालों में अपनी सैन्य ताकत में इतना इजाफा कर लिया है कि पाक उसके सामने नहीं टिकने वाला. पाकिस्तान भी जानता है कि युद्ध होगा, तो उसकी हार निश्चित है. चलिए, 5 पॉइंट्स में समझते हैं कि पाक भारत से युद्ध क्यों नहीं चाहेगा?
आर्थिक हालात: पाकिस्तान अपने सबसे खराब आर्थिक दौर से गुजर रहा है. पाकिस्तान में एक किलो आटे की कीमत भी 110 रुपये तक पहुंच गई है. भारत में जो 5 किलो आटे का पैकेट 250 रुपये में मिल जाता है, वह पाकिस्तान में 608 पाकिस्तानी रुपये में मिलता है. पाकिस्तान पर 125 अरब डॉलर से ज्यादा कर्ज है, हर साल इसके लिए पाक को मोटा ब्याज देना पड़ता है. पाक का विदेशी मुद्रा भंडार बीते हफ्ते ही गिरकर 15.436 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान की 39.4 परसेंट आबादी गरीबी रेखा के नीचे है. IMF की भीख के भरोसे ये मुल्क चल रहा है. पाक ऐसे हालात में युद्ध का खर्च नहीं उठा पाएगा.
सैन्य कमजोरी: भारत के मुकाबले पाकिस्तान की सेना काफी कमजोर है. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI)के आंकड़े बताते हैं कि 2024 में ग्लोबल मिलिट्री एक्सपेंडिचर में 9.4% का इजाफा हुआ. इसमें बताया गया है कि 2024 में भारत का सैन्य खर्च पाकिस्तान के मुकाबले से करीब 9 गुना अधिक था. भारत का सैन्य खर्च 1.6 प्रतिशत बढ़कर 86.1 अरब डॉलर हुआ, जबकि पाकिस्तान ने 10.2 अरब डॉलर खर्च किए. पाकिस्तान के पास कुल सैनिकों की संख्या 11 लाख के आसपास है, जबकि भारत के पास 25 लाख सैनिक हैं.
हल्के हथियार: हथियारों के मामले में भी पाकिस्तान भारत के सामने फिसड्डी है. भारत के पास 172 परमाणु हथियार हैं, पाकिस्तान के पास 170 हैं. ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स-2025 के अनुसार, दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेनाओं की सूची में भारत चौथे स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान 12वें नंबर पर है. भारत के पास 4201 टैंक हैं, जबकि पाक के पास 2627 टैंक हैं. भारत के पास S-400, MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन, राफेल, रुद्रम और निर्भय मिसाइलें हैं, जबकि पाक के पास चीन के हथियार अधिक हैं. चीनी हथियारों की विश्वसनीयता कम है.
वैश्विक छवि: पाकिस्तान की वैश्विक छवि कुछ खास अच्छी नहीं है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तो पाकिस्तान को 'खतरनाक मुल्क' तक कह दिया था. चीन भी पाकिस्तान से दूरी बना सकता है, क्योंकि ट्रंप के टैरिफ वॉर से निपटने के लिए चीन को भारत के साथ की जरूरत है. रूस पहले से ही भारत का पक्षधर रहा है, भारत को ताकतवर हथियार भी सप्लाई करता रहता है. पहलगाम में आतंकी हमला पाक की तरफ से हुआ, लिहाजा पाक का मोरल स्टैंड कमजोर है. दुनिया के बड़े देश उसका साथ नहीं देंगे.
बिग ब्रदर का स्टैंड: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शहबाज शरीफ को साफ शब्दों में भारत से जंग ना करने की नसीहत दी है. ऐसा माना जाता है कि शहबाज सरकार को बैकडोर से नवाज ही चलाते हैं. नवाज की सहमति के बगैर शहबाज बड़े फैसले नहीं करते. हाल की स्थिति देखकर तो यही लगता है कि पाकिस्तान युद्ध से बचना ही चाहेगा.
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