इस्लामाबादः पाकिस्तान के करीब 100 साल पुराने महाराजा परमहंस जी मंदिर में दर्शन कर 200 हिन्दू तीर्थयात्री आह्लादित हो गए. रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच उन्होंने दर्शन किए. इस मंदिर को एक साल पहले एक कट्टरपंथी इस्लामिस्ट पार्टी से जुड़ी भीड़ ने ध्वस्त कर दिया था और मरम्मत के बाद इसे फिर से खोला गया है.
इन देशों से आए यात्री
डॉन अखबार के अनुसार, हिन्दुओं के एक जत्थे ने अशांत खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित मंदिर में रविवार को दर्शन किये. जत्थे में भारत से करीब 200 श्रद्धालु, दुबई से 15 और बाकी सदस्य अमेरिका और खाड़ी देशों से थे. खैबर-पख्तूनख्वा के करक जिले के तेरी गांव में स्थित इस मंदिर और परमहंस जी की समाधि को 2020 में गुस्साई भीड़ ने तोड़ दिया था.
चल रहा था मरम्मत का काम
वहां एक साल से मरम्मत का काम चल रहा था. भारतीय तीर्थयात्रियों ने लाहौर के पास वाघा सीमा से पाकिस्तान में प्रवेश किया, उन्हें सशस्त्र बलों की निगरानी में मंदिर तक ले जाया गया. खबर के अनुसार, तीर्थयात्री सुरक्षा और अन्य व्यवस्था से आह्लादित थे.
नई दिल्ली से आई तीर्थयात्री वरुणा मल्होत्रा ने कहा, ‘‘जब हम वहां पहुंचे तो ऐसा लगा कि स्वर्ग में आ गए हैं.’’ उन्होंने कहा कि समाधि के दर्शन करना उनके लिए सौभाग्य की बात है और उस पवित्र स्थान पर उन्हें आध्यात्मिक सुख की अनुभूति हुई.
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