Pakistan Saudi Arabia Letter: पाकिस्तान की किस्मत इन दिनों खराब चल रही है. पहले तो भारत से मात खाई, फिर देश के सबसे बड़े प्रांत बलूचिस्तान ने 'स्वतंत्र देश' बनने की घोषणा कर दी. अब पाकिस्तान को एक बार फिर बेइज्जती सहन करनी पड़ी है. पाकिस्तान ने सऊदी अरब से भीख मांगते हुए अपने यहां के 67 हजार लोगों को हज करने का मौका देने की अपील की है. पाकिस्तान ने सऊदी अरब को एक लेटर लिखा है, जिसमें पाक की भाषा गिड़गिड़ाने जैसी है.
पाकिस्तान ने पत्र में क्या लिखा
दरअसल, पाकिस्तान ने सऊदी अरब की सरकार से हज के लिए प्राइवेट हज कोटा बहाल करने की अपील की है. पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने अंग्रेजी और अरबी भाषा में सऊदी अरब को चिट्ठी लिखी है. इसमें उसने कहा है कि तकनीकी समस्याओं के चलते 67 हजार लोग हज यात्रा का रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए. पाक एक मंत्रालय ने लिखा कि ये गलती हुई है, जो दोबारा नहीं होगी. आगे से हम पूरी तरह से नियमों का पालन करेंगे. मगर इस बार हमारे लोगों पर रहम करो.
उम्र हो गई, दोबारा नहीं जा सकेंगे
पाकिस्तान ने सऊदी सरकार को लिखे गए पत्र में ये कहा है कि 67 हजार में कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें शायद दोबारा हज यात्रा करने को ना मिले, क्योंकि उनकी उम्र हो गई है. ये मायूस हैं, इनके भाव बयान करना काफी मुश्किल है. पत्र में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि इन लोगों की हज फीस सऊदी अरब को पहले ही भेज दी गई है.
393 हज यात्री जा चुके
पाकिस्तान ने सऊदी अरब को इस्लामी भाईचारे का वास्ता भी दिया. मंत्रालय ने ये भी कहा है कि हम इसके बाद कोई गड़बड़ी नहीं करेंगे. प्राइवेट हज ऑपरेटर्स टाइम पर जरूरी प्रोसेस पूरी कर लेंगे. बता दें कि बीते महीने की 29 अप्रैल को पाकिस्तान से हज के लिए पहली उड़ान इस्लामाबाद से थी. इस फ्लाइट में 393 हज यात्री बैठे थे.