नई दिल्ली: इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान ने शनिवार को बड़ा ऐलान करते हुए बताया है की कि देशभर में केंटुकी फ्राइड चिकन (KFC) और मैकडोनाल्ड्स (McDonald's) पर हुए हमलों को आतंकवादी हमला माना जाएगा. हालांकि, पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने ये कार्रवाई यूं ही नहीं की है, बल्कि KFC द्वारा देश के किए गए मोटे इनवेस्टमेंट के कारण भी ये फैसला हुआ है.
100 मिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश
पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने हाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया कि ऐसी हरकतों को आतंकवादी हमले से अलग नहीं माना जाएगा. तलाल चौधरी का कहना है कि ये फ्रेंचाइजी पाकिस्तान में 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश करती हैं. 25,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार देती हैं, 100 प्रतिशत कर चुकाती हैं और स्थानीय विक्रेताओं से खरीद करती हैं. ये पूरा मुनाफा पाकिस्तान में ही रहता है. ऐसे हमलों के लिए क्या बहाना है? ये फ्रेंचाइजी स्थानीय स्तर पर स्वामित्व और संचालन में थीं.
हिरासत में लिए गए लोग
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने व्यवसायों की सुरक्षा और संदिग्धों को गिरफ्तार करने के लिए तत्काल प्रांतीय समन्वय का आदेश दिया है. गृह राज्य मंत्री ने यह भी दावा किया कि पंजाब में 145 से ज्यादा और इस्लामाबाद में 15 गिरफ्तारियां दर्ज की गई हैं, जबकि 12 FIR भी हो चुकी हैं. तलाल चौधरी ने दावा किया कि हिरासत में लिए गए लोगों ने पश्चाताप व्यक्त करते हुए माफी मांगी है.
पाकिस्तान में जारी किया गया फरमान
पाकिस्तानी मंत्री का दावा है कि यह संगठित हमला नहीं था. उन्होंने कहा, देश के मौलवियों ने भी इस तरह की हरकतों को गैर-इस्लामी करार देते हुए एक फरमान जारी किया है. इस्लाम के नाम पर फास्ट-फूड फ्रेंचाइजी को निशाना बनाना और उन पर गुस्सा निकालना नहीं चाहिए. युवाओं को चरमपंथी तत्वों के बहकावे में आने से बचना चाहिए. तलाल चौधरी ने यह भी कहा कि आउटलेट्स पर अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की जाएगी और उन पर हमला करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पंजाब में भड़की हिंसा
गौरतलब है कि फिलिस्तीन में हुई हत्याओं के मद्देनजर पाकिस्तान में सिंध और पंजाब प्रांतों में कराची, लाहौर, रावलपिंडी और शेखपुरा सहित प्रमुख शहरों में केएफसी और मैकडॉनल्ड्स के खिलाफ हिंसक भीड़ के हमले हुए हैं. दोनों प्रांतों में लगभग 20 अलग-अलग घटनाएं सामने आईं, जिसमें गुस्साई भीड़ ने केएफसी और मैकडॉनल्ड्स सहित फास्ट-फूड आउटलेट्स पर हमला बोल दिया. उन्होंने आउटलेट्स में तोड़फोड़ भी की और 14 अप्रैल को पंजाब के शेखपुरा में एक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या भी कर दी गई.
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