पाकिस्तान में बलोच लड़ाकों का हमला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले कुछ महीनों में बलोच लड़ाकों ने हमले तेज कर दिए हैं. ऐसे में बलोचिस्तान एक बार फिर बम धमाकों से गूंज उठा है. बता दें, मंगलवार को बलोचिस्तान के मुस्तंग में जोरदार IED ब्लास्ट हुआ. जिनमें तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए. यह हमला दाश्त रोड पर उस समय हुआ जब जवान कलात से लौट रहे थे. घटना ऐसे समय में हुई है जब बलोच कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में बीएनपी-मेंगल का प्रदर्शन 19वें दिन में पहुंच चुका है. इस हमले के पीछे बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) की साजिश का शक जताया जा रहा है. ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि यह लड़ाई बलोचिस्तान की आजादी तक जारी रहेगी.
बस के पास IED का तेज धमाका
इस समय पाकिस्तान का बलोचिस्तान प्रांत चर्चा में है. हाल ही में बीएलए के लड़ाकों ने एक ट्रेन को हाईजैक कर लिया था. जिसमें बड़ी संख्या में पाकिस्तानी जवानों को मार दिया गया. इसी बीच, बलोचिस्तान के मस्तुंग जिले में मंगलवार सुबह हुए IED ब्लास्ट हुआ, जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए. दाश्त रोड पर हुआ यह धमाका उस समय हुआ जब बलोचिस्तान कांस्टेबुलरी के जवान कलात से ड्यूटी पूरी करके वापस लौट रहे थे.
ब्लास्ट की चपेट में आई बस में लगभग 40 जवान सवार थे. मस्तुंग के डिप्टी एसपी यूनुस मंगसी ने बताया कि विस्फोटकों से लदी IED रोड साइड पर प्लांट की गई थी. धमाके के तुरंत बाद प्रशासन ने राहत व बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को पास के अस्पतालों में भेजा गया.
हमले में 3 की मौत, 16 घायल
सरकारी प्रवक्ता शाहिद रिंद के मुताबिक, धमाके में तीन जवानों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 16 अन्य घायल हुए हैं. इनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें इलाज के लिए 50 किलोमीटर दूर अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है.
बता दें, बलोचिस्तान कांस्टेबुलरी प्रांत की सुरक्षा का अहम हिस्सा है, इस समय मस्तुंग में एक विरोध प्रदर्शन की निगरानी में तैनात थी. गंभीर घायलों को क्वेटा के सिविल हॉस्पिटल और बोलान मेडिकल कॉम्प्लेक्स में भर्ती कराया गया है, जहां इमरजेंसी अलर्ट जारी कर दिया गया.
19 दिन से धरना प्रदर्शन जारी
यह हमला उस समय हुआ जब बलोचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (BNP-M) का धरना प्रदर्शन 19वें दिन में प्रवेश कर चुका है. प्रदर्शन बलोच कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ किया जा रहा है. दो हफ्ते पहले प्रदर्शन के दौरान पार्टी नेता सरदार अख्तर मेंगल पर भी आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें वे बाल-बाल बचे.
प्रदर्शन की सुरक्षा के लिए बलोचिस्तान कांस्टेबुलरी की भारी तैनाती की गई थी, जिससे लौटते हुए जवानों को निशाना बनाया गया. हालांकि प्रशासन ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि IED ब्लास्ट का इस आंदोलन से कोई सीधा संबंध है या नहीं.
हमले के पीछे BLA का हाथ?
बलोचिस्तान की आजादी के लिए लंबे समय से बीएलए संघर्ष कर रहा है, हालांकि, अब तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन 2024 में बलोचिस्तान में बढ़ती हिंसा को देखते हुए बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) पर शक जताया जा रहा है. बीएलए ने पिछले कुछ महीनों में कई सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है.
सुरक्षा बलों ने इस हमले के बाद इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान तेज कर दिया है. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी और प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने हमले की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है. बलोचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने घायलों के इलाज में लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए हैं.
वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि बलोचिस्तान में ऐसे हमले तब तक नहीं रुकेगें, जब तक बलोच पर पाकिस्तानी सेना का अत्याचार होता रहेगा. हाल ही में बलोच नेता महरंग बलोच ने भी जेल से पत्र लिखकर पाकिस्तानी सेना की बर्बरता को उजागर किया था. बता दें डॉ. महरंग बलोच मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं. जिन्हें हाल ही में पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार किया है.
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