India ATGM NAG: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में आक्रोश है. इस आक्रोश को देखते हुए पाकिस्तान को डर है कि कहीं भारत उसके खिलाफ युद्ध ना छेड़ दे. इसी खौफ के चलते पाकिस्तान ने इंडियन आर्मी के हथियारों की काट ढूंढनी शुरू कर दी है. लेकिन भारत के पास ऐसे कई हथियार हैं, जिनका मुकाबला पाक चाहने पर भी नहीं कर सकता है. इस बार पाक ने एक बार फिर चीन के सामने हाथ फैलाए हैं, ताकि भारत का मुकाबला करने के लिए वेपन मिल सकें.
पाक एक्टिव प्रोटेक्शन सिस्टम की जरूरत
दरअसल, पाकिस्तान को भारत की ATGM नाग (Anti Tank Guided Missile NAG) का खौफ सता रहा है. पाक के पास इस मिसाइल का कोई तोड़ नहीं है. वह इससे अपने टैंकों को बचाने के लिए एक्टिव प्रोटेक्शन सिस्टम की खरीदना चाह रहा है. इसके लिए पाकिस्तान अब चीन के सामने हाथ फैलाए हैं. पाक चाह रहा है कि चीन की मदद से प्रोटेक्शन सिस्टम तैयार किया जाए.
यूक्रेन और तुर्की ने लौटाया बेरंग
पाकिस्तान ने पहले ये फैसला किया था कि वह यूक्रेन से प्रोटेक्शन सिस्टम खरीदेगा. इसी बीच यूक्रेन की रूस से जंग शुरू हो गई. लिहाजा, यूक्रेन को अपना डिफेंस सिस्टम मजबूत चाहिए था, इसलिए उसने पाक को आर्मर प्रोटेक्शन सिस्टम देने से इनकार कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान ने तुर्की से प्रोटेक्शन सिस्टम मांगा. इसके लिए पाक का एक हाई लेवल डेलिगेशन तुर्की भी गया था. तुर्की सेना ने डेलिगेशन को आर्मर प्रोटेक्शन सिस्टम का ट्रायल भी दिया. लेकिन यहां भी बात बनती नहीं दिखाई दी तो पाक ने चीन का सहारा लेने का फैसला किया है.
ATGM नाग मिसाइल में क्या खास?
ATGM नाग मिसाइल को BMP-2 कैरियर पर फिट किया गया है. एक कैरियर पर 6 नाग मिसाइल फिट हुई हैं. यह मिसाइल 'फायर एंड फॉरगेट' टॉप अटैक तकनीक पर काम करती है. ये दुश्मन टैंक के कमजोर हिस्से पर वार करती है, जिससे पूरा टैंक ही नेस्तनाबूद हो जाता है. इस मिसाइल में लॉक ऑन तकनीक भी है, यानी एक बार टारगेट लॉक कर दिया तो मिसाइल उस पर अटैक करके ही दम लेती है. इसकी रेंज 4 से 5 किमी है, ये मूविंग टारगेट को भी लक्षित कर सकती है.
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