नई दिल्ली: जिस पाकिस्तान ने कभी अपने दुलारे क्रिकेटर रहे इमरान खान को पिछले साल मुल्क की सबसे बड़ी कुर्सी पर बिठाया था. वही पाकिस्तान अब छाती पीट-पीटकर कह रहा है कि ऐसा कायर, ऐसा लायर, ऐसा दगाबाज, ऐसा धोखेबाज, ऐसा चोर, ऐसा लुटेरा नहीं चाहिए.
जिस पाकिस्तान को इमरान खान ने नया पाकिस्तान बनाने का वादा किया था, इमरान ने उसी मुल्क को पिच समझ लिया है. छक्के-चौके की बातें कर रहे हैं.
1). इमरान ने बनाया पाकिस्तान को कंगाल
पाकिस्तान की कंगाली और फटेहाली से पूरी दुनिया वाकिफ है. खुद प्रधानमंत्री इमरान खान कर्ज की भीख के लिए कभी चीन तो कभी अमेरिका तक की दौड़ लगाते रहे हैं लेकिन पाकिस्तान के हालात सुधरते नहीं दिख रहे हैं. इमरान खान के झूठे वादों से जिस तरह से पाकिस्तान आर्थिक तौर पर बदहाल-बेहाल हुआ जा रहा है. ऐसे में पाकिस्तानियों का पूरा गुस्सा प्रधानमंत्री पर फूट रहा है.
2). चीन के सामने हाथ फैलाते हुए इमरान खान...
3). अमेरिका के सामने हाथ फैलाते हुए इमरान खान...
पाकिस्तानी कहने लगे हैं कि इमरान खान ने अपनी कैबिनेट में चोरों को जुटा लिया है और खुद चोरों का सरदार बनकर मुल्क को गर्त में ले जा रहे हैं. पाकिस्तानियों का कहना है कि इमरान खान की हुकूमत अपने ऐशो-आराम में सरकारी खजाना लुटवा रही है और भरपाई के लिए लोगों पर टैक्स पर टैक्स लादे जा रही है. युवा कह रहे हैं कि इमरान खान की सिर्फ एक खासियत है कि वो हैंडसम हैं, इसके अलावा वो किसी लायक नहीं हैं. पाकिस्तान की नई पीढ़ी इमरान के नया पाकिस्तान के नारे से चिढ़ी हुई है.
4). पाकिस्तान का खजाना खाली
इमरान खान कहते हैं कि पीछे से खजाना खाली मिला है इसलिए टैक्स बढ़ाना पड़ रहा है. टैक्स के इस टेरर से जनता त्रस्त है, कारोबारी पस्त हैं, लोगों का कहना है कि जब बेरोजगारी है, महंगाई है और दो जून की रोटी का जुगाड़ भी मुश्किल हो रहा है तो फिर टैक्स चुकाएं तो कैसे चुकाएं. पाकिस्तान की आवाम कह रही है कि इमरान खान और उनके मंत्रियों को सरकारी पैसे से मौज करना है इसलिए टैक्स का चाबुक चलाया जा रहा है.
एक तरफ तो इमरान खान पूरी दुनिया में घूम-घूम कर कश्मीर को लेकर प्रोपैगैंडा की हवा बनाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके घर में ही उनके खिलाफ विरोध का बवंडर फैला हुआ है. जो इमरान दुनिया के हर मंच पर भारत के झूठ का प्रपंच फैलाने में जुटे हुए हैं, उन्हीं इमरान के खिलाफ उनके ही मुल्क में विरोध की आंधी चल रही है. अपने मुल्क की दुर्गति से लोगों की नजर हटाने के लिए इमरान खान ने कश्मीर की रट लगानी शुरू की लेकिन ये पैंतरा काम नहीं आया और उनके लोग ही उनसे सवाल पूछ रहे हैं.
- जनता पूछ रही है कि मेरे घर में चूल्हा कैसे जलेगा?
- युवा पूछ रहे हैं कि उन्हें रोजगार कैसे मिलेगा?
- गरीब पूछ रहे हैं कि उनकी मुफलिसी कैसे खत्म होगी?
- कारोबारी पूछ रहे हैं कि उनकी दुकानदारी कैसे पटरी पर लौटेगी?
पाकिस्तान को रियासत-ए-मदीना बनाने का ख्वाब देखने वाले इमरान खान को लेकर गुस्सा इस कदर है कि आज की तारीख में अगर वो मुल्क की गलियों में खुलेआम घूम जाएं तो जनता उनका मुंह नोच लेगी. इमरान खान को चोर-लुटेरा, ठग-बेईमान तक कहने वाले पाकिस्तानी अब तो उनकी तुलना मंगोल शासक चंगेज खान से करने लगे हैं.
जिस चंगेज खान से इमरान खान की तुलना हो रही है, उसके खूनी कारनामों से इतिहास के पन्ने लहूलुहान पड़े हुए हैं. अपनी क्रूरता और बर्बरता के लिए बदनाम चंगेज खान ने 12वीं शताब्दी में नरसंहार किया था, लूटपाट मचाई थी और मध्य एशिया के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था. आज आलम ये है कि ऐसे हत्यारे शासक के साथ पाकिस्तानी अपने मुल्क के पीएम इमरान खान की तुलना कर रहे हैं.
5). कायर नियाजी से हो रही है इमरान की तुलना
चंगेज खान के साथ ही पाकिस्तानियों ने अपने वजीर-ए-आजम को नियाजी कहना शुरू कर दिया. वो नियाजी जिसके नाम से भी अब पाकिस्तान चिढ़ता है. जिस नियाजी से इमरान खान की तुलना की जा रही है वो पाक फौज का क्रूर लेफ्टिनेंट जनरल था जिसने 1971 में पाकिस्तान के बांग्ला भाषी लोगों पर खूब जुल्म ढाए थे. लेकिन तब भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बंगालियों के लिए बांग्लादेश अलग मुल्क बनवाया था. नियाजी को उस वक्त 93 हजार सैनिकों के साथ भारत के सामने रोते हुए सरेंडर करना पड़ा था. पाकिस्तान नियाजी को कायर मानता है तो पूरी दुनिया उसे नरसंहार करने वाला सेनापति कहकर बुलाती है.
6). घर दुरुस्त करने में विफल इमरान
UN से लेकर UNHR तक, अमेरिका से लेकर यूरोप तक, दुनिया के हर मंच पर बगैर मौका और दस्तूर के, इमरान खान ने कश्मीर की खूब रट लगाई लेकिन अपने घर को दुरुस्त करने की उन्होंने कभी नहीं सोची.
7). इमरान से ऊब चुका है पाकिस्तान
यही वजह है कि मुल्क को बदहाली की गर्त में डूबा देने वाले इमरान से पाकिस्तान अब ऊब चुका है, थक चुका है. इसलिए आज पाकिस्तान के हर कोने से एक ही आवाज गूंज रही है. लोग उन्हें चोर बता रहे हैं, फरेबी बता रहे हैं, और धोखेबाज कहकर पुराक रहे हैं.