नई दिल्ली: अभी हाल ही में प्रिंस विलियम और केट मिडिलटन अपने पांच दिवसीय पाकिस्तान दौरे पर थे. अब उनके पिता प्रिंस चार्ल्स ने भारत भ्रमण की योजना बनाई है. प्रिंस चार्ल्स के कार्यालय अधीक्षक ने सोमवार को देर रात जानकारी दी कि वे 13-14 नवंबर को वे भारत में दो दिवसीय दौरे पर होंगे. इस दौरान प्रिंस चार्ल्स भारत सरकार से जलवायु परिवर्तन, सस्टेनेबल मार्केट, सोशल फाइनेंस जैसे तमाम विषयों पर चर्चा-परिचर्चा करते नजर आएंगे और भारत-ब्रिटेन संबंधों की गांठ को और मजबूत करते दिखेंगे.
दो साल में भारत की दूसरी यात्रा
प्रिंस चार्ल्स की भारत में यह दसवीं यात्रा होगी. देखा जाए तो हाल के 2 वर्षों में यह दूसरी यात्रा होगी. ANI से मिली जानकारी के मुताबिक "वेल्स के प्रिंस" 13-14 नवंबर को अपने रॉयल हाइनेस ऑटम्न टूर के मौके पर भारत पधारेंगे. इस दौरान प्रिंस चार्ल्स 14 नवंबर को भारत में ही अपना 71वां जन्मदिन मनाएंगे. उनके इस पूरे प्लान की जानकारी प्रिंस चार्ल्स के ऑफिस से ट्वीट के माध्यम से मिली.
कॉमनवेल्थ का हिस्सा है भारत
पिछली बार प्रिंस चार्ल्स 2017 में आए थे. उस वक्त वे एशिया के 10 दिवसीय दौरे पर थे, जिसमें मलेशिया, सिंगापुर और ब्रुनेई के बाद उनका भारत आगमन हुआ था. उस यात्रा में प्रिंस चार्ल्स के साथ उनकी पत्नी कॉर्नवॉल की प्रिंसेज कैमिला भी थीं. मालूम हो कि भारत कॉमनवेल्थ समूह का एक भाग है जिसका प्रमुख ब्रिटेन के राजघराने हैं. दरअसल, कॉमनवेल्थ में ब्रिटेन के पुराने औपनिवेशिक देश शामिल हैं. इसमें मौजूद सभी राष्ट्र राजनीतिक और समाजिक रूप से भले स्वतंत्र हों पर नैतिक रूप से इन्होंने ब्रिटेन की अध्यक्षता स्वीकार की है. फिलहाल महारानी एलिजाबेथ द्वितीय इसकी प्रमुख हैं और प्रिंस चार्ल्स इसके उत्तराधिकारी.
Prince Charles to visit India from November 13 to 14
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— ANI Digital (@ani_digital) October 28, 2019
वेल्स के प्रिंस का भारत आगमन ऐसे समय में हो रहा है जब अयोध्या राम मंदिर को लेकर कुछ अहम सुनवाई होने को है और कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से घाटी में शांति स्थापित करने की कोशिशें लगातार जारी हैं. इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी भारत सरकार ने कई सार्थक कदम उठाएं हैं जिसपर प्रिंस चार्ल्स के आगमन पर चर्चा हो सकती है. हालांकि, अभी तक भारत सरकार की ओर से इस दौरे से संबंधित किसी भी जानकारी की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.