Ukraine Russia Qatar Peace Deal: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी मुलाकात करने वाले हैं. यह मुलाकात गुरुवार को मास्को में होगी. जहां यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने को लेकर शांति समझौते पर बातचीत की संभावना है. कतर ने रूस-यूक्रेन के बीच मध्यस्थता के कई प्रयास किए हैं, खासकर युद्ध में अलग हुए बच्चों को वापस लाने में कतर ने अहम भूमिका निभाई है. साथ ही, इस मुलाकात के दौरान ऊर्जा संकट पर भी चर्चा होगी. वहीं दूसरी ओर, यूक्रेन की संसद ने मार्शल लॉ और सैन्य भर्ती को 6 अगस्त तक बढ़ा दिया है, जिससे चुनावों पर भी रोक बनी रहेगी और जेलेंस्की राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे.
मास्को में अहम मुलाकात, शांति की उम्मीद
यूक्रेन युद्ध को तीन साल से ज्यादा हो चुके हैं और हजारों लोगों की जानें जा चुकी हैं. अब एक मुस्लिम देश पुर यूक्रेन का भविष्य टिका हुआ है. बता दें, कतर इस युद्ध के संभावित अंत की उम्मीद बनकर सामने आया है. गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी मास्को में मुलाकात करेंगे. इस बातचीत में युद्ध को खत्म करने के लिए शांति समझौते के प्रयासों पर चर्चा होगी.
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, ‘पुतिन और कतर के अमीर के बीच यूक्रेन के हालात पर बातचीत जरूर होगी. साथ ही क्षेत्रीय मुद्दों और व्यापार पर भी बात होगी.’ पेसकोव ने यह भी कहा कि ‘कतर क्षेत्रीय स्थिरता लाने की कोशिशों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.’
कतर की कूटनीतिक भूमिका
कतर ने पहले भी रूस और यूक्रेन के बीच अलग हुए बच्चों को उनके माता-पिता से मिलवाने में मदद की है. इसके अलावा कतर ने अमेरिका और ईरान के बीच भी मध्यस्थता की है. कतर के विदेश मामलों के राज्य मंत्री मोहम्मद अल-ख़ुलैफी ने रूसी एजेंसी TASS से कहा कि इस बैठक में यूक्रेन, सीरिया, गाजा और ऊर्जा मुद्दों पर भी चर्चा होगी.
खुलैफी ने बताया कि युद्ध के कारण वैश्विक ऊर्जा संकट और सप्लाई चेन की स्थिति बिगड़ी हुई है, लेकिन कतर और रूस के बीच चल रहे संवाद से ऊर्जा बाजार में स्थिरता लाई जा रही है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था को राहत दे सकता है. वहीं, रूस ने कहा कि वह कतर के साथ ‘संवेदनशील मुद्दों पर गोपनीय संवाद’ को बहुत महत्व देता है.
यूक्रेन में मार्शल लॉ और चुनाव स्थगित
जहां एक ओर शांति वार्ता की बातें हो रही हैं, वहीं यूक्रेन ने युद्ध की तैयारियां और कड़ी कर दी हैं. यूक्रेन की संसद ने मार्शल लॉ और सेना की अनिवार्य भर्ती को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया है, जो अब 6 अगस्त तक प्रभावी रहेगा.
सांसद यारोस्लाव जेलेज़न्याक के मुताबिक, मार्शल लॉ के पक्ष में 357-1 और सैन्य भर्ती के पक्ष में 356-1 वोट पड़े. यूक्रेनी संविधान के मुताबिक, मार्शल लॉ के दौरान चुनाव नहीं कराए जा सकते, जबकि रूस और अमेरिका चुनाव की समयसीमा तय करने की मांग कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- पुतिन की जबरदस्ती रूसियों के लिए बनी सिरदर्दी, युवाओं पर सैन्य भर्ती के लिए भारी दबाव!
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.