कीव: रूस यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति पुतिन को नया डर सता रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक पुतिन को यूक्रेन के जे फैक्टर से डर लग रहा है. जे यानी जेवलिन मिसाइल. अमेरिका में बनी यह मिसाइल यूक्रेन को मदद के रूप में दी जा रही है. दावा है कि जेवलिन मिसाइलों ने रूसी सेना की नाक में दम कर दिया है. इसने रूसी सेना के कई टैंक और तोप नष्ट कर दिए हैं. 


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कैसे तबाह हो रहा रूस का जेड
यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के समय से रूस में पुतिन के समर्थकों द्वारा प्रचार उद्देश्यों के लिए जेड (Z) का उपयोग किया जा रहा है. यह निशान कारों, कपड़ों और संकेतों और रूसी सैनिकों द्वारा बनाई गई छवियों में दिखाई दिया है. यह 'दोस्ताना जंग' से बचने के लिए रूसी टैंक, सैन्य वाहक और अन्य वाहनों को यूक्रेन सेना से समान दिखने वाले लोगों से अलग करता है. लेकिन रूस में, यह यूक्रेन के क्रूर आक्रमण को बढ़ावा देने वाला एक प्रचार प्रतीक है. यानी एक तरह से यह पुतिन का प्रोपागैंडा है, लेकिन अब यह प्रोपागैंडा हारता दिख रहा है क्योंकि जंग काफी लंबी खिंच चुकी है. वहीं इसमें जे यानी जेवलिन मिसाइलों का बड़ा योगदान माना जा रहा है. 


क्या अर्थ है जेड का
सिरिलिक रूसी वर्णमाला में Z अक्षर मौजूद नहीं है. कुछ ने इसकी व्याख्या 'ज़ा पोबेडी' (जीत के लिए) के लिए, दूसरों ने 'ज़ापद' (पश्चिम) के लिए की है.


जानें जेवलिन की ताकत
-जेवलिन मिसाइल सबसे मजबूत और आधुनिक टैंकों को भी उड़ा सकती है
-यह दो बार में अपने टारगेट को ध्वस्त करती है
-पहली बार में मिसाइल टैंक के संपर्क में आते ही ब्लास्ट हो जाती है
-जिसके बाद यह और अधिक शक्ति के साथ कवच को भेदने का काम करती है
-इस मिसाइल की रेंज 2500 मीटर होती है 
-एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर को भी निशाना बनाया जा सकता है

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