यूक्रेन की बर्बादी तक जारी रहेगी बमबारी! ट्रंप की कॉल से पहले रूस ने किया अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन अटैक

Russia fired 273 drone: रूस ने यूक्रेन पर 273 ड्रोन से हमला बोला है. शुक्रवार को तुर्की में दोनों देशों के बीच हुई बातचीत असफल रही. यह ड्रोन अटैक ट्रंप-पुतिन की बातचीत से ठीक पहले किया गया है.

Written by - Prashant Singh | Last Updated : May 18, 2025, 11:49 PM IST
  • रूस ने एक ही दिन में दागे 273 ड्रोन, कई शहरों को बनाया निशाना
  • इस्तांबुल वार्ता रही नाकाम, यूक्रेन ने रूस की मंशा पर उठाए सवाल
यूक्रेन की बर्बादी तक जारी रहेगी बमबारी! ट्रंप की कॉल से पहले रूस ने किया अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन अटैक

Biggest drone attack on ukraine: रूस-यूक्रेन जंग थमने का नाम नहीं ले रहा है. जंग रोकने की तमाम कोशिशें की गई, लेकिन पुतिन के सामने किसी एक की नहीं चली. ऐसे में यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस ने अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला बोला है. जिसमें कुल 273 ड्रोन देश के कई इलाकों पर दागे गए. राजधानी कीव समेत डोनबास और ड्निप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्रों को निशाना बनाया गया. हमले में एक महिला की मौत हुई और कम से कम तीन लोग घायल हुए. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच सीजफायर को लेकर बातचीत तय है.

273 ड्रोन से रूस का सबसे बड़ा हमला
यूक्रेनी वायुसेना के मुताबिक, रविवार सुबह 8 बजे तक रूस ने 273 ड्रोन यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में दागे. इनमें से 88 ड्रोन को मार गिराया गया, जबकि 128 ड्रोन भटक गए और बिना किसी नुकसान के गिरे. रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी कीव, ड्निप्रोपेत्रोव्स्क और डोनेट्स्क जैसे क्षेत्रों में जोरदार धमाके हुए. कीव के बाहरी इलाके में एक महिला की मौत हुई और कम से कम तीन अन्य घायल बताए गए हैं.

यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि यह रूस का अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला था, जो 23 फरवरी को हुए 267 ड्रोन अटैक का भी रिकॉर्ड तोड़ चुका है.

ट्रंप-पुतिन कॉल से पहले बढ़ता तनाव
यह ड्रोन अटैक ऐसे वक्त हुआ है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच सोमवार को एक अहम फोन कॉल प्रस्तावित है. ट्रंप लगातार युद्धविराम की वकालत कर रहे हैं. इस कॉल से पहले जर्मनी, फ्रांस, पोलैंड और ब्रिटेन जैसे यूरोपीय देशों के नेताओं ने रविवार को ट्रंप के साथ एक वर्चुअल बैठक की, ताकि बातचीत से पहले एक साझा रणनीति तय की जा सके.

इस्तांबुल वार्ता रही बेनतीजा, रूस पर उठे सवाल
शुक्रवार को तुर्की के इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों के बीच तीन साल बाद पहली सीधी बैठक हुई थी. इस वार्ता में केवल बंदी आदान-प्रदान पर सहमति बनी, जबकि युद्धविराम या संघर्षविराम पर कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति सलाहकार आंद्रेई यरमक ने कहा, ‘रूस की मंशा शांति की नहीं है, इस्तांबुल की बैठक केवल दिखावा थी. पुतिन सिर्फ युद्ध चाहता है.’

अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद रूस का अड़ियल रुख
यूक्रेन के अधिकारियों का मानना है अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद युद्ध जारी रखने की जिद पर कायम है. यह हमला उस समय हुआ है जब वेटिकन में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की पोप लियो से मुलाकात कर रहे थे. वहीं, जेलेंस्की ने रोम दौरे के दौरान अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस से भी संक्षिप्त बातचीत की. इन मुलाकातों का उद्देश्य वैश्विक समर्थन जुटाना और युद्धविराम के लिए कोशिशों को मजबूत करना था.

 

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