नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले तीन सालों से चल रहे युद्ध पर विराम लगाने की कोशिश पूरी दुनिया कर रही है. खासतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस सीजफायर के लिए लगातार प्रयास में जुटे हुए हैं. इसी बीच अब ट्रंप ने उम्मीद जताते हुए कहा है कि उन्हें वीकेंड में यूक्रेन में संभावित युद्धविराम पर रूस की प्रतिक्रिया मिलने की पूरी उम्मीद है. हाल ही में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के बीच टेलीफोन पर बात हुई है. इसी के कुछ घंटों बाद ट्रंप का यह बयान आया.
ट्रंप ने जारी किया बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हम इस सप्ताह वास्तव में बहुत जल्द, उनसे सुनने जा रहे हैं. मुझे लगता है कि हम करीब पहुंच रहे हैं, लेकिन हम आपको बहुत जल्द ही बता देंगे.' रूसी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, लावरोव ने यूक्रेनी संकट के मूल कारणों का व्यापक समाधान करने के लिए अमेरिकी समकक्षों के साथ सहयोग जारी रखने पर सहमति जताई है.
कीव रहा था हमले करने में नाकाम
पेरिस में मौजूद रुबियो ने रूसी पक्ष को हाल ही में फ्रांस की राजधानी में उनके और अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के बीच हुई मुलाकातों के बारे में जानकारी दी. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र में रूस के दूत वसीली नेबेन्ज्या ने कहा कि इस समय यूक्रेन में युद्ध विराम 'अवास्तविक' है, क्योंकि कीव ऊर्जा ढांचे पर हमले रोकने में नाकाम रहा है. उन्होंने कहा, 'हमने ऊर्जा ढांचे के संबंध में सीमित युद्ध विराम का प्रयास किया था, जिसका यूक्रेनी पक्ष ने पालन नहीं किया. इन परिस्थितियों में इस समय युद्ध विराम के बारे में बात करना अवास्तविक है.'
यूक्रेन ने किया था पहले समर्थन
18 मार्च को राष्ट्रपति ट्रंप ने संघर्ष कर रहे पक्षों के सामने 30 दिनों तक ऊर्जा ढांचे पर हमले न करने का प्रस्ताव रखा था. इस पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सहमति जताई और तुरंत रूसी सेना को उचित आदेश दे दिया. इसके बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन भी इस प्रस्ताव का पूरा समर्थन करेगा.
यूक्रेन ने कर दिए हमले
हालांकि, यूक्रेन ने 18 मार्च से 16 अप्रैल तक 15 क्षेत्रों में रूसी ऊर्जा साइटों पर हमला कर दिया. हमले ड्रोन और HIMARS सहित विभिन्न आर्टिलरी के जरिए किए गए. रूसी सरकारी समाचार एजेंसी तास ने शुक्रवार को बताया कि क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया कि कीव ने विराम का पालन नहीं किया, और रूसी ऊर्जा क्षेत्रों पर हमला करने की कोशिश जारी रखी है.
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