शहबाज शरीफ को तगड़ा झटका, तालिबान ने नहीं मानी ये बात...बढ़ी पाकिस्तान की टेंशन

Pakistan-Taliban: पाकिस्तानी और अफगान सुरक्षा बलों के बीच मतभेद उत्पन्न होने के बाद 21 फरवरी से तोरखम सीमा पार से लोगों की आवाजाही निलंबित कर दी गई है. 

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Mar 19, 2025, 04:48 PM IST
शहबाज शरीफ को तगड़ा झटका, तालिबान ने नहीं मानी ये बात...बढ़ी पाकिस्तान की टेंशन

Taliban rejected Pakistan proposal: अफगानिस्तान के तालिबान शासन ने सीमा के पास दो चौकियों के निर्माण को निलंबित करने के पाकिस्तान के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. अब जहां इसके परिणामस्वरूप तोरखम सीमा क्रॉसिंग बंद रहेगी.

21 फरवरी से तोरखम सीमा क्रॉसिंग के माध्यम से लोगों की आवाजाही निलंबित कर दी गई थी. ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि पाकिस्तानी और अफगान सुरक्षा बलों के बीच सीमा के दोनों ओर निर्माण गतिविधियों को लेकर मतभेद पैदा हो गए थे.

अफगान जिरगा (आदिवासी परिषद) के सदस्यों ने सोमवार को विवादित भूमि पर चेक पोस्टों के निर्माण को रोकने के बारे में काबुल में अपने संबंधित अधिकारियों से परामर्श करने के लिए उसी शाम तक का समय मांगा. जहां अफगान सूत्रों ने कहा कि तालिबान ने सीमा के पास दो चौकियों के निर्माण को रोकने के पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है.

पाकिस्तानी उम्मीदों पर फिरा पानी
वहीं, पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को उम्मीद थी कि उनकी सिफारिशें स्वीकार कर ली जाएंगी, लेकिन अफगान अधिकारियों ने प्रस्ताव को अनुचित बताकर खारिज कर दिया.

अफगान सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान सरकार द्वारा पेश की गई शर्तें इस्लामिक अमीरात की नीतियों और अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों के खिलाफ थीं, जिसके कारण उन्हें अस्वीकार कर दिया गया.

तोरखम सीमा बंद करने और सीमा तनाव को हल करने के लिए पाकिस्तान-अफगानिस्तान जिरगा के बीच कई दौर की बातचीत हुई.

पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को उम्मीद थी कि अफगान अधिकारी उनके प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे, जिसके परिणामस्वरूप तोरखम सीमा को फिर से खोला जाएगा.

हालांकि, तालिबान अधिकारियों के अनुसार, नंगरहार में एक बैठक के दौरान, अफगान अधिकारियों ने पाकिस्तान की शर्तों को अस्वीकार कर दिया और तोरखम सीमा को बंद रखने का फैसला किया.

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
यह घटनाक्रम पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है, जबकि दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं.

सूत्रों का कहना है कि यह विवाद व्यापार और सुरक्षा मामलों को प्रभावित कर सकता है. तोरखम सीमा के बंद होने से सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापारिक गतिविधियां पहले ही रुक गई हैं.

इस बीच, तालिबान सरकार द्वारा प्रस्ताव को अस्वीकार करने के बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.

हालांकि, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर इस मुद्दे को जल्द ही कूटनीतिक रूप से हल नहीं किया गया, तो दोनों देशों के बीच संबंध और भी खराब हो सकते हैं.

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