नई दिल्ली. किम जोंग उन पर किसी का शासन नहीं चलता और नैतिकता तथा मानवता से उत्तर कोरिया के इस सर्वोच्च नेता का कोई दूर-दूर तक लेनादेना नहीं है. उत्तर कोरिया में किम जोंग जो कह देता है वह पत्थर की लकीर होता है और जो उसकी बात से सहमत नहीं होता उसे मौत के घाट उतार दिया जाता है. किम जोंग ने अब अपने अधिकारियों को ताकीद कर दी है कि देश में कोरोना वायरस नहीं पहुंचना चाहिए अगर ये संक्रमण यहां पहुंचा तो उन्हें उसका दंड भुगतना होगा.
डरे हुए हैं उत्तर कोरिया के अधिकारी
उत्तर कोरिया की जनता वैसे ही भय और संत्रास में जी रही है. किम जोंग उन के इस तानाशाही आदेश ने अब इस देश के सभी अधिकारियों को चौबीस घंटे डर के साये में जीने पर मजबूर कर दिया है. अधिकारी अब दिन रात सर जोड़ कर वे सभी उपाय सोच रहे हैं जिनसे किसी तरह उनके देश में यह जानलेवा संक्रमण न पहुंच सके. फिलहाल दुनिया भर में कोरोना के कारण तीन हज़ार के करीब लोग मारे जा चुके हैं.
सिर्फ चीन में हुई हैं दो हज़ार आठ सौ मौतें
कोरोना कंट्री ने दुनिया को यह संक्रमण दे दिया है लेकिन सबसे ज्यादा खामियाजा खुद उसे ही उठाना पड़ा है. कोरोना के कारण अब तक 2,835 मौतें चीन में हुई हैं और ये आंकड़े चीनी सरकार द्वारा दिए गए हैं जो कि गलत भी हो सकते हैं और कोरोना-मौतों की संख्या लाखों में भी ह सकती हैं.
दक्षिण कोरिया में पहुंच गया है कोरोना
उत्तर कोरिया का प्रबल शत्रु और सबसे नजदीकी पड़ौसी देश दक्षिण कोरिया भी कोरोना की चपेट में आ चुका है. और अब दक्षिण कोरिया में तेजी से फैलते इस जानलेवा संक्रमण ने दक्षिण कोरिया में अब तक 16 लोगों की जान ले ली है. हालांकि दक्षिण कोरिया सैन्य स्तर पर इस आपदा से निपटने में जुटा हुआ है लेकिन इसका उपचार अभी तक दुनिया में कहीं भी उपलब्ध नहीं हो सका है.