India Pakistan UNSC Meeting: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक सप्ताह में दूसरी बार सोमवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बात की और भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच किसी भी सैन्य आक्रमण के खिलाफ उन्हें चेतावनी दी.
पहलगाम हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान को दोषी ठहराया है. ऐसे में पाकिस्तान को डर है कि भारत उसपर हमला कर सकता है. जहां इस दौरान दोनों देशों के बीच तनाव पिछले कई सालों में सबसे अधिक है. पाकिस्तान भी लगातार मिसाइल परीक्षण कर और सीमा पर सैनिकों को भेजने जैसे कदम उठा रहा है. हालांकि, वह खुद जानता है कि भारत के आगे कही नहीं टिकता और पहले भी हुए सभी युद्ध वह हार चुका है.
इस बीच शहबाज के साथ बातचीत में गुटेरेस ने आगे कहा कि संघर्ष में मध्यस्थता के लिए संयुक्त राष्ट्र का मंच भारत और पाकिस्तान के लिए खुला है.
पाकिस्तानी सरकारी मीडिया के अनुसार, शहबाज ने गुटेरेस की दोनों देशों के बीच बातचीत की जाने की सराहना की और तनाव कम करने के उनके आह्वान का स्वागत किया.
पाकिस्तान झूठ पर अड़ा
भले ही गुटेरेस ने पाकिस्तान से इस मुद्दे पर अपनी बात रखने से मना कर दिया हो, लेकिन देश अपने झूठ पर अड़ा हुआ है. सरकारी मीडिया के अनुसार, गुटेरेस के साथ बातचीत में शहबाज ने कहा कि भारत ने पहलगाम हमले के बारे में अभी तक कोई सबूत नहीं दिया है और लगातार भड़काऊ कार्रवाइयां कर रहा है.
इसके अलावा शहबाज ने गुटेरेस से कहा कि पाकिस्तान अपने आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों का राजनीतिकरण करने के भारत के प्रयासों से गंभीर रूप से चिंतित है.
UNSC ने एक ना सुनी
पाकिस्तान के झूठ के बावजूद, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने सोमवार को बंद कमरे में हुई बैठक में पाकिस्तान को जांच की दायरे में रखा. UNSC के सदस्यों ने कई मिसाइल परीक्षणों और भारत के खिलाफ परमाणु हमलों की धमकियों के साथ तनाव के बीच पाकिस्तान की हरकतों को लेकर आलोचना की. उन्होंने पाकिस्तान के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि पहलगाम हमला, जिसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट ऑर्गनाइजेशन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी, वह एक झूठा अभियान था.
'अब समय आ गया है कि तनाव के कगार से पीछे हटें'
एक अलग प्रेस ब्रीफिंग में गुटेरेस ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कई सालों में सबसे ऊंचे स्तर पर बना हुआ है और अब समय आ गया है कि तनाव के कगार से पीछे हटें. उन्होंने यह भी कहा कि सैन्य टकराव के नियंत्रण से बाहर होने का खतरा है.
गुटेरेस ने कहा, 'यह भी जरूरी है खास तौर पर इस महत्वपूर्ण समय में कि सैन्य टकराव से बचा जाए जो नियंत्रण से बाहर हो सकता है. अब समय आ गया है कि अधिकतम संयम बरता जाए और तनाव के कगार से पीछे हटें.'
पिछले हफ्ते गुटेरेस ने पहलगाम हमले के बारे में विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी बात की थी.उन्होंने कहा कि वे भारत के जवाबदेही के महत्व पर सहमत हैं. सोमवार को अपनी टिप्पणी में गुटेरेस ने ये भी कहा कि वह हमले में शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के भारत के संकल्प का समर्थन करता है.
गुटेरेस ने कहा, 'नागरिकों को निशाना बनाना अस्वीकार्य है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को विश्वसनीय और वैध तरीकों से न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए.' हालांकि गुटेरेस ने कहा कि सैन्य समाधान कोई समाधान नहीं है और तनाव कम करने तथा कूटनीति को बढ़ावा देने में मदद के लिए भारत और पाकिस्तान को अपने कार्यालय की पेशकश की.
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