US air defence system: अमेरिका चीन को न केवल ट्रेड के मामले में घेर रहा है, बल्कि उसके आस पास के देशों में अपनी टेक्नोलॉजी भेजकर चौतरफा दबाव बनाना चाहता है. ऐसे में, अमेरिका ने फिलीपींस में पहली बार अपने आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम MADIS को तैनात किया है. अमेरिका ने यह कदम Balikatan 25 सैन्य अभ्यास के तहत उठाया गया है, जिसमें अमेरिकी और फिलीपीनी सेना संयुक्त रूप से अभ्यास करेंगी. MADIS सिस्टम ड्रोन, हेलिकॉप्टर और मिसाइल जैसे हवाई खतरों से निपटने के लिए तैयार किया गया है. दो JLTV वाहनों पर आधारित यह सिस्टम इंडो-पैसिफिक में अमेरिका की बढ़ती सैन्य उपस्थिति और क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग को दर्शाता है. अमेरिका के इस फैसले से चीन की टेंशन बढ़ने वाली है.
फिलीपींस में MADIS को किया तैनात
अमेरिकी नौसैनिक बलों ने पहली बार फिलीपींस में अपने अत्याधुनिक Marine Air Defense Integrated System (MADIS) को तैनात किया है. यह तैनाती 9 मई तक चलने वाले वार्षिक Balikatan 25 अभ्यास के दौरान की गई है. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह कदम अमेरिका और फिलीपींस के बीच रक्षा सहयोग को और गहरा करने के उद्देश्य से उठाया गया है.
यह सिस्टम अमेरिकी मरीन कोर की 3rd Littoral Anti-Air Battalion की Ground-Based Air Defense Battery द्वारा संचालित किया जाएगा. लाइव फायर ड्रिल के तहत MADIS को Integrated Air and Missile Defense (IAMD) इवेंट में शामिल किया गया है, जो 6 बड़े मल्टी-डोमेन ऑपरेशनों का हिस्सा है.
क्या है अमेरिकी MADIS सिस्टम?
MADIS, यानी Marine Air Defense Integrated System, अमेरिकी मरीन कोर का एक आधुनिक, मोबाइल और शॉर्ट-रेंज एयर डिफेंस प्लेटफॉर्म है. यह सिस्टम खासतौर पर युद्ध क्षेत्र में हवाई खतरों से सुरक्षा देने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर, क्रूज़ मिसाइल और ड्रोन शामिल हैं.
यह सिस्टम दो Joint Light Tactical Vehicles (JLTV) पर आधारित होता है. जो MADIS Mk1 और MADIS Mk2 हैं. बता दें, Mk1 वर्जन में स्टिंगर मिसाइल और 30mm तोप होती है, जो हवाई लक्ष्यों को नष्ट कर सकती है. वहीं Mk2 में एडवांस रडार और कमांड सिस्टम लगे हैं, जो ड्रोन जैसे आधुनिक खतरे पहचानने और जवाब देने में सक्षम हैं.
फिलीपींस में क्यों है यह तैनाती महत्वपूर्ण?
फिलीपींस जैसे द्वीपसमूह देश में MADIS जैसे एयर डिफेंस सिस्टम की तैनाती रणनीतिक रूप से बेहद अहम है. यहां की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि चीन जैसे देशों से सैन्य खतरे लगातार बने रहते हैं. ऐसे में अमेरिका का यह कदम क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूती देगा.
यह तैनाती फिलीपींस की अपनी कोस्टल डिफेंस को मजबूत करने की दिशा में भी एक सहयोगी प्रयास है. Balikatan 25 अभ्यास के दौरान अमेरिकी और फिलीपीनी सैनिक मिलकर ड्रोन और हवाई हमलों से निपटने की संयुक्त रणनीति विकसित करेंगे.
इंडो-पैसिफिक में चीन की बढ़ी टेंशन
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अमेरिका की बढ़ती सैन्य मौजूदगी पहले से ही चीन टेंशन में है. MADIS की तैनाती इस तनाव को और बढ़ा सकती है, क्योंकि यह सीधे क्षेत्र में एयर डिफेंस संतुलन को बदलने की क्षमता रखता है. चीन इस क्षेत्र में अपने प्रभाव को बनाए रखने की लगातार कोशिश करता रहा है.
बता दें, जिस अभ्यास के लिए यह सिस्टम तैनात किया गया है, उस Balikatan का मतलब ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ होता है, जो अमेरिका-फिलीपींस की मजबूत साझेदारी को दर्शाता है. यह अभ्यास सिर्फ सैन्य सहयोग नहीं, बल्कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती दखलदांजी और खासकर ड्रोन और मिसाइल जैसे नए खतरों से निपटने के लिए जरूरी माना जा रहा है.
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