पाक पत्रकार कर रहा था चालाकी, अमेरिकी अधिकारी ने करा दिया चुप, भारत के खिलाफ एक ना सुनी

Pak Reporter Point out Modi: जब पाकिस्तानी रिपोर्टर ने पूछा कि क्या अमेरिका इस बात से निराश है कि पीएम मोदी ने 'शांति समझौते' का स्वागत नहीं किया, तो अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारी थॉमस पिगॉट ने कहा कि उनका ध्यान युद्ध विराम पर है. अमेरिकी अधिकारी ने कहा, 'हमारा ध्यान युद्ध विराम और सीधे संवाद को प्रोत्साहित करने पर है.'  

Written by - Nitin Arora | Last Updated : May 14, 2025, 01:59 PM IST
पाक पत्रकार कर रहा था चालाकी, अमेरिकी अधिकारी ने करा दिया चुप, भारत के खिलाफ एक ना सुनी

India-Pakistan news: अमेरिका ने बुधवार को एक पाकिस्तानी रिपोर्टर को चुप करा दिया. रिपोर्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच तनाव कम करने की वार्ता का विरोध करने का आरोप लगा रहे थे. अपने सवाल में रिपोर्टर ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका द्वारा किए गए प्रयासों का स्वागत करता है और दावा करता है कि उनकी सरकार का मानना ​​है कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कश्मीर मुद्दे पर दोनों देशों के बीच शांति ला सकते हैं तो उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार भी मिल सकता है.

जब संवाददाता ने पूछा कि क्या अमेरिका इस बात से निराश है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'शांति समझौते' का स्वागत नहीं किया, तो अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारी थॉमस पिगोट ने कहा कि US का ध्यान युद्धविराम पर था.

पिगोट ने प्रेस ब्रीफिंग में रिपोर्टर को जवाब दिया, यह देखकर हमें खुशी हो रही है. हमारा ध्यान इसी पर है. हम चाहते हैं कि युद्ध विराम कायम रहे, और हम सीधे संवाद को प्रोत्साहित करना चाहते हैं. हमारा ध्यान यहीं है. हमारा ध्यान युद्ध विराम पर है. हमारा ध्यान सीधे संवाद को प्रोत्साहित करने पर है. हमारा ध्यान इसी पर रहेगा. राष्ट्रपति ने इस पर बात की है.'

बता दें कि भारत स्पष्ट कर चुका है कि कश्मीर को लेकर बातचीत में वह तीसरा पक्ष चाहे अमेरिका ही क्यों ना, वो स्वीकार नहीं करेगा और साथ ही भारत ने सीजफायर को लेकर भी पाकिस्तान से कुछ नहीं कहा था, बल्कि वह तो पाक को सबक सिखाने में लगा था, जहां पाकिस्तान की तरफ से आए फोन के बाद दोनों के बीच शांति देखी गई. हालांकि, भारत ने कह दिया है वह हमेशा पाकिस्तान को जवाब देने के लिए तैयार है और एक आंतकी घटना को भी युद्ध के तौर पर लेगा.

भारत के खिलाफ एक ना सुनी
इसके बाद पाकिस्तानी पत्रकार ने पूछा कि क्या ट्रंप ऑपरेशन सिंदूर में भारत द्वारा इजरायल निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल करने के खिलाफ हैं?

पाकिस्तानी पत्रकार ने कहा, 'भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जो ड्रोन इस्तेमाल किए, वे इजरायल निर्मित ड्रोन थे. राष्ट्रपति ट्रंप की एक पहल जिसे वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली है और जिसके बारे में चर्चा हुई है, वह है उनका अब्राहम समझौता विचार.'

उन्होंने पूछा कि ऐसी दुनिया में जहां ट्रंप अब्राहम समझौते के जरिए यहूदियों, मुसलमानों और ईसाइयों को एक साथ लाना चाहते हैं, क्या 'ये इजरायली ड्रोन पाकिस्तान और इजरायल के बीच संबंधों को और जटिल बनाएंगे या नहीं.'

वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने एक बार फिर दोहराया कि वाशिंगटन का ध्यान केवल 'युद्धविराम' और 'पक्षों के बीच सीधे संवाद' पर है.

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत द्वारा इजरायल निर्मित ड्रोन के इस्तेमाल पर टिप्पणी नहीं करते हुए पिगॉट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप केवल दुनिया भर में संघर्षों को सुलझाने में रुचि रखते हैं. उन्होंने कहा, 'इसलिए राष्ट्रपति एक शांतिदूत हैं, लेकिन इससे आगे टिप्पणी करने के लिए कुछ नहीं है.' तो ऐसे में पाकिस्तानी रिपोर्टर ने जो भी सवाल भारत के खिलाफ किया, उसपर अमेरिका ने जवाब ना देते हुए उन्हें चुप रहने पर मजबूर कर दिया.

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