क्या भारत में भी आतंकी हमले का जिम्मेदार था ईरानी जनरल सुलेमानी? ट्रंप ने किया इशारा

अमेरिकी सेना ने इराक में ईरानी जनरल सुलेमानी को मार गिराया. खास बात ये है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने सुलेमानी को भारत में आतंकी हमले का भी साजिशकर्ता करार दिया. इससे ये चर्चा तेज हो गई है कि क्या सुलेमानी के इशारे पर भारत में भी आतंकियों ने हमला किया था. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 4, 2020, 01:52 PM IST
    • सुलेमानी का इंडिया कनेक्शन
    • क्या ईरानी जनरल ने भारत में भी कराया था हमला
    • 2012 में इजरायली राजनयिक की कार पर हुआ था हमला
क्या भारत में भी आतंकी हमले का जिम्मेदार था ईरानी जनरल सुलेमानी? ट्रंप ने किया इशारा

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये कहकर सनसनी फैला दी है कि ईरान का जनरल कासिम सुलेमानी(Qasem Soleimani) , जो इराक में अमेरिकी मिसाइलो के हमले में मारा गया, उसने भारत में भी आतंकवादी हमले की साजिश रची थी. 

ये है ट्रंप का बयान
ट्रंप ने शुक्रवार को फ्लोरिडा में अपने मार-आ-लागो रिसोर्ट में कहा, "सुलेमानी ने अपने पागलपन में निर्दोष लोगों की हत्या की, नई दिल्ली और लंदन में आतंकी हमलों की साजिश रची." हालांकि ट्रंप ने स्पष्ट तौर पर नहीं बताया कि सुलेमानी ने भारत में किस तरह के आतंकवादी हमले की साजिश रची. लेकिन एक अनुमान के मुताबिक शायद वे साल 2012 में भारत में इजरायली राजनयिक की पत्नी की कार पर हुए बम हमले का उल्लेख कर रहे थे. 

डोनाल्ड ट्रंप ने सुलेमानी को मारने के लिए मिसाइल हमले के आदेश का बचाव करते हुए कहा कि "आज हम सुलेमानी के अत्याचारों के शिकार हुए लोगों को याद करते हैं और सम्मानित करते हैं और हमें यह जानकर सुकून मिलता है कि उनका आतंकराज अब खत्म हो गया है."

इस तरह दिल्ली में हुआ था हमला
13 फरवरी, 2012 को एक इजरायली राजनयिक की कार में चुंबक के सहारे बम चिपका दिया गया था. जिसके विस्फोट में राजनयिक कीपत्नी ताल येहोशुआ कोरेन घायल हो गई थीं. जिसके बाद उनकी सर्जरी करानी पड़ी थी. इसके अलावा उनका चालक तथा पास खड़े दो और लोग भी घायल हो गए थे.

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उस समय आरोप लगाया था कि इस हमले के पीछे ईरान का हाथ था और इसी तकनीक का उपयोग कर जॉर्जिया में भी हमले की कोशिश की गई. कहा गया था कि ईरान ने वह हमला तेहरान में उसके परमाणु वैज्ञानिक मुस्तफा अहमदी रोशन की हत्या के जवाब में किया था. परमाणु वैज्ञानिक की हत्या कथित रूप से इजरायल ने की थी.

हालांकि अभी तक नई दिल्ली में हुए इस हमले का मामला सुलझा नहीं है और भारत ने कभी भी हमले का संबंध ईरान से नहीं बताया. 

दिल्ली के हमले से हो सकता है सुलेमानी का कनेक्शन
इजरायली राजनयिक पर हमले के मामले में भारत के एक पत्रकार सैयद मोहम्मद अहमद काजमी को 6 मार्च 2012 को गिरफ्तार किया गया था और उस पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था. उसे गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत रखा गया. उसे उसी साल अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट ने विदेश नहीं जाने की शर्त पर जमानत दे दी थी. 

उस समय दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया कि उसने हमला करने वाले ईरानियों की देखभाल की थी. पुलिस के बयान के अनुसार, हमले में शामिल पांच लोग इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गॉर्ड्स के सदस्य थे जो दिल्ली आए थे.

ईरानी मेजर जनरल सुलेमानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गॉर्ड्स कॉर्प्स की विशिष्ट इकाई कुद्स फोर्स के कमांडर थे. हालांकि भारत में हुए हमले के दौरान इसका नाम नहीं आया था.

लेकिन ट्रंप के ताजा बयान और नेतन्याहू के उस समय के बयान पर गौर किया जाए तो ऐसा लगता है कि दिल्ली में हुए इस हमले के पीछे सुलेमानी का भी हाथ हो. 

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