Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने सत्ता में आते ही पूरी दुनिया में टैरिफ वॉर छेड़ दिया है. इन दिनों वह अमेरिकी उत्पाद पर अन्य देशों द्वारा लगाए जा रहे टैरिफ को लेकर काफी आक्रामक हैं. इस बीच ट्रंप भारत को भी टैरिफ के मुद्दे पर लगातार घेर रहे हैं. दरअसल, ट्रंप का मानना है कि पूरी दुनिया में भारत अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर सबसे ज्यादा टैरिफ लगाता है. हालांकि, हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर जाने से पहले, अमेरिकन व्हिस्की केंटकी बॉर्बन पर टैरिफ शुल्क 150% से घटाकर 100% कम कर दिया था.
इसके बाद भी, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने, मंगलवार को अमेरिकी शराब पर लगाए गए टैरिफ को लेकर भारत पर निशाना साधा है. यह मामला तब सामने आया है, जब पिछले ही सप्ताह डोनॉल्ड ट्रंप ने भारत के हाई टैरिफ की आलोचना की थी और कहा था “भारत को कुछ भी बेच पाना लगभग असंभव है”. ऐसे में अमेरिकन व्हिस्की केंटकी बॉर्बन में ऐसा क्या खास है, जिसको लेकर ट्रंप काफी आक्रामक हैं? और भारत से इस व्हिस्की पर टैरिफ क्यों कम कराना चाहते हैं?
क्या है केंटकी बॉर्बन?
केंटकी बॉर्बन USA निर्मित एक खास प्रकार की व्हिस्की है, जिसका नाम केंटकी के बॉर्बन काउंटी से लिया गया है. यह वही जगह जहां से केंटकी बॉर्बन के निर्माण की शुरूआत हुई. हालांकि सभी बॉर्बन व्हिस्की केंटकी में नहीं बनते हैं. यह तभी से अमेरिका का सबसे मुख्य अल्कोहल ड्रिंक है, जबसे इसे अमेरिका में वर्ष 1840 में आधिकारिक तौर पर बॉर्बन के रूप में लेबल किया गया. वहीं इसके निर्माण की बात करें तो, अमेरिका में 1780 के दशक में अन्य शराबों को बनाने की प्रक्रिया में फेर-बदल के चलते बॉर्बन व्हिस्की सामने आई पूरे अमेरिका में छा गई.
बॉर्बन व्हिस्की में लगभग 40% से लेकर 70% अल्कोहल होता है, जबकि आमतौर पर अन्य व्हिस्की में अल्कोहल की मात्रा 40% से लेकर 62% तक होती है. बॉर्बन व्हिस्की को बनाने में मुख्य रूप से 51% मकई (Corn), गेहूं, जौ और राई का इस्तेमाल किया जाता है. तमाम प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद इसका ABV (Alcohol By Volume) बढ़कर 70% हो जाता है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने भारत पर साधा निशाना
इस बार अमेरिका ने, खासतौर पर भारत में बिकने वाली अमेरिकी शराबों को लेकर भारत पर निशाना साधा है. मंगलवार को व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने सीधे तौर पर केंटकी बॉर्बन व्हिस्की का नाम लेते हुए कहा कि “आप भारत को देखिए, अमेरिकी शराब पर 150% टैरिफ है. क्या आपको लगता है कि इससे भारत में केंटकी बॉर्बन को इंडिया में बेचने में मदद मिल रही है? मुझे तो ऐसा बिल्कुल नहीं लगता है. भारत में अमेरिकी एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स पर भी 100% टैरिफ है.”
यह आलोचना तब की जा रही है, जब भारतीय बाजार अमेरिकी शराब के लिए एक छोटा मार्केट है. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, कुल 3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के शराब निर्यात में भारत का योगदान मात्र 2.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है. जबकि अन्य देशों में बिकने वाले अमेरिकी शराबों की लिस्ट देखी जाए तो, यूरोप अमेरिकी शराबों का सबसे बड़ा खरीदार है. तो केंटकी बॉर्बन शराब का ट्रंप सरकार से ऐसा क्या कनेक्शन है? जो भारत में इसे बेचने के लिए पूरजोर कोशिश कर रही है.
सलाना 150 करोड़ लीटर व्हिस्की पी जाते हैं भारतीय
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच की एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में सलाना 1.5 बिलियन लीटर यानी 150 करोड़ लीटर व्हिस्की पी जाती है. अन्य रिपोर्ट्स को देखें तो यह संख्या बढ़ सकती है. ऐसे में भारत शराब सेवन के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी मार्केट में से एक मानी जाती है. यही कारण है कि ट्रंप सरकार, भारतीय शराब मार्केट में नजर गड़ाए हुए है और भारत में अमेरिकी शराब को ज्यादा से ज्यादा बेचने की हर संभव कोशिश कर रही है.
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कुल शराब निर्यात में अमेरिकी बॉर्बन का हिस्सी करीब एक चौथाई है. वहीं वर्ष 2023-24 में भारत ने 2.5 मिलियन डॉलर मूल्य का बॉर्बन आयात किया था.
क्या है केंटकी बॉर्बन का ट्रंप कनेक्शन?
केंटकी डोनॉल्ड ट्रंप के लिए एक सॉलिड रेड स्टेट है, जिसने वर्ष 2016, 2020 और 2024 में हुए अमेरिकी चुनावों में ट्रंप को भारी बहुमत दिया था. यह USA के पूर्वी दक्षिण-मध्य क्षेत्र में स्थित वही स्टेट है, जो केंटकी बॉर्बन व्हिस्की बनाने के लिए दुनिया में मशहूर है. डोनॉल्ड ट्रंप भी इसी केंटकी सीट से वर्ष 2024 में उम्मीदवार थे. जहां ट्रंप ने केंटकी से 62.5% वोट हासिल कर, कमला हैरिस और रॉबर्ट कैनेडी को भारी अंतर से हराया था.
ट्रंप ने इसी केंटकी सीट से वर्ष 2020 में भी 62.1% प्रतिशत वोट हासिल किया था. और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को हराया था, हालांकि सीटों के अल्प मत के चलते ट्रंप सरकार बनाने से चूक गए थे. वहीं वर्ष 2016 में भी डोनॉल्ड ट्रंप ने इसी केंटकी सीट से 62.5% वोट हासिल कर हिलेरी क्लिंटन को भारी अंतर से हराया था.
अब यह जगजाहिर है कि केंटकी डोनॉल्ड ट्रंप की सबसे पसंदीदा चुनावी सीट है. जहां से उन्हें हमेशा शत-प्रतिशत जीत मिली है. ऐसे में ट्रंप की दिली इच्छा, हर मंच से साफ जाहिर है कि केंटकी में बनने वाली अमेरिका की मशहूर व्हिस्की, भारत में भी अपना पैर जमाए और दुनिया की सबसे बड़ी शराब मार्केट में से एक, भारत में भी अपनी केंटकी व्हिस्की को कम टैरिफ में बेच सके.
हालांकि भारत विदेशी शराबों से ज्यादा भारत में निर्मित शराबों पर निर्भर रहता है, और तमाम करों की मदद से राजकोश का एक बड़ा हिस्सा प्राप्त करता है.
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