celebi aviation turkey india: भारत और तुर्की के बीच हालिया तनाव के बीच केंद्र सरकार ने तुर्की की कंपनी सेलेबी एविएशन (Celebi Aviation) की सुरक्षा मंजूरी (Security Clearance) को रद्द कर दिया है. यह कंपनी दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु समेत देश के कई बड़े हवाई अड्डों पर ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो सेवाएं देती है, जो हाई-सिक्योरिटी जोन में आती हैं. यह कदम भारत की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने और कथित तौर पर ड्रोन सप्लाई करने के बाद उठाया गया है. इससे देशभर में तुर्की के खिलाफ गुस्सा और बहिष्कार की मांग तेज हो गई है.
इस कंपनी का भारत में क्या काम?
दी फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, सेलेबी एविएशन 1958 में स्थापित एक तुर्की की निजी कंपनी है जो दुनिया भर में ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं देती है. वहीं भारत में इसने दो प्रमुख कंपनियों के रूप में काम शुरू किया है. पहली ग्राउंड हैंडलिंग ऑपरेशंस सेवा देने वाली कंपनी Celebi Airport Services India है. दूसरी कार्गो संचालन की सेवा देने वाली कंपनी Celebi Delhi Cargo Terminal Management India है. यह वर्तमान में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, अहमदाबाद, गोवा, कोचीन और कन्नूर समेत 9 बड़े भारतीय हवाई अड्डों पर कार्यरत है.
वहीं Moneycontrol की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी का 75% व्यवसाय विदेशी एयरलाइनों से है, जबकि 25% भारतीय एयरलाइनों (जैसे IndiGo, Air India) से आता है. साथ ही, हर साल 58,000 से ज्यादा उड़ानों और 5.4 लाख टन कार्गो का संचालन करती है. इसके अलावा भारत में कंपनी के पास लगभग 7,800 कर्मचारी हैं.
क्यों निशाने पर आई ये कंपनी?
तुर्की द्वारा पाकिस्तान को ड्रोन सप्लाई करने की खबरों के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने सेलेबी की भूमिका पर नजर डाली. यह कंपनी हवाई अड्डों के संवेदनशील एयरसाइड एरिया में काम करती है, जहां से सीधे विमान और VVIP क्षेत्रों तक पहुंच संभव होती है.
रक्षा विशेषज्ञ अभिजीत अय्यर-मित्रा ने News18 को एक चौंकाने वाली जानकारी दी है, उन्होंने बताया कि सेलेबी के लगभग 10% शेयर तुर्की राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोआन की बेटी सुमेये एर्दोआन के पास हो सकते हैं. सुमेये की शादी सेलचुक बायराकतार से हुई है, जो तुर्की की Bayraktar ड्रोन बनाने वाली कंपनी के संस्थापक हैं. यही ड्रोन कथित तौर पर पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ इस्तेमाल किए. साथ ही, दिल्ली एयरपोर्ट पर सेलेबी का टर्मिनल VVIP तकनीकी क्षेत्र के ठीक सामने है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष विमान पार्क होता है.
मुंबई एयरपोर्ट से बाहर करने की मांग
मुंबई में शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक मुरजी पटेल ने Mumbai International Airport Limited को चेतावनी दी कि यदि सेलेबी से करार खत्म नहीं किया गया तो प्रदर्शन किया जाएगा. पटेल ने कहा, ‘हम अपने दुश्मन का समर्थन करने वाले देश को भारतीय बुनियादी ढांचे से पैसे कमाने नहीं दे सकते.’
सेलेबी इंडिया का क्या जवाब आया?
तमाम आलोचनाओं के बाद भारत में सेलेबी ग्राउंड हैंडलिंग के CEO तौसीफ खान ने सफाई दी. उन्होंने कहा, ‘हमारी कंपनी भारत में भारतीय नागरिकों द्वारा चलाई जाती है. सभी निवेश FDI नियमों और Foreign Investment Promotion Board (FIPB) की मंजूरी से किए गए हैं. हमारे बोर्ड में कोई तुर्की नागरिक नहीं है.’ तौसीफ ने यह भी कहा कि कंपनी को भारत के सभी नियामक निकायों से सुरक्षा मंजूरी मिली थी.
भारत सरकार का क्या है फैसला?
राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर भारत सरकार ने गुरुवार को सेलेबी एविएशन की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है. इसका मतलब है कि कंपनी अब भारतीय एयरपोर्ट्स पर संवेदनशील कार्य नहीं कर पाएगी. यह फैसला भारत की सुरक्षा नीति में ‘नो टॉलरेंस’ की दिशा में एक स्पष्ट संकेत बताता है. खासकर उन विदेशी कंपनियों के लिए जिनके किसी भी रूप में भारत विरोधी तत्वों से संबंध हों.
वहीं भारत में बड़े पैमाने पर तुर्किए के प्रोडक्ट्स का बहिष्कार किया जा रहा है. देश के कई मंडी और रेहड़ी व्यापारियों ने तुर्किए के सेब बेचने से मना कर दिया है.
ये भी पढ़ें- आतंकियों का आका ही नहीं, भिखमंगों का सप्लायर भी है पाकिस्तान; यू हीं नहीं सऊदी ने 5,000 पाक भिखारियों को खदेड़ा
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.