नई दिल्ली. ये दावा है कोरोना का तोड़ ढूंढ रहे चिकित्सा वैज्ञानिकों का जिन्होंने कहा है कि उन्होंने आखिरकार कोरोना के संहार का एक हथियार तो बना ही लिया है. यह हथियार कोरोना के वायरस को हवा में ही मार देगा. वैज्ञानिकों का ये हथियार है एक एयर फिल्टर.
भीड़ वाले खास इलाकों में आयेगा काम
वैज्ञानिकों ने कोरोना के वायरस को हवा में ही मार देने वाला जो एयर फिल्टर बनाने का दावा किया है वह भीड़ वाले खास इलाकों में बहुत काम आ सकता है. इन वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोरोना-मारक एयर फिल्टर के माध्यम से स्कूलों, कॉलेजों, अस्पतालों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों और विमानों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है.
निश्चित और बंद जगह पर मारेगा कोरोना को
वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किया गया यह कोरोना-मारक एयर फिल्टर खुले स्थानों पर कारगर साबित नहीं होगा. यह एयर फिल्टर के द्वारा कोरोना के वायरस को एक निश्चित और बंद जगह पर मारा जा सकता है. इस निर्माण के लिये हुए अध्ययन में जानकारी दी गई है कि इस उपकरण के व्यवसायिक उपयोग के लिए इसमें इस्तेमाल किए गए निकेल फोम को 200 डिग्री सेल्सियस तक गर्म करके इसको बनाया गया है.
लगभग सौ प्रतिशत मारक क्षमता है
वास्तव में जो दावा चिकित्सा वैज्ञानिक कर रहे हैं वह यदि सही साबित हुआ तो ये कोरोना मारक एयर फिल्टर कोरोना के खिलाफ एक बड़ी जीत होगी. इस एयर फिल्टर की जानकारी देने वाले रिसर्च जर्नल मैटरियल्स टुडे फिजिक्स में प्रकाशित हुई रिपोर्ट बताती है कि इस एयर फिल्टर से हो कर पार जाने वाली वायु में एक बार में 99.8 प्रतिशत तक कोरोना वायरस को मारने की सामर्थ्य है.
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