लंदन: इजरायल के वैज्ञानिकों और वहां की सरकार ने घोषणा की है कि कोरोना की वैक्सीन नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं. वहीं दक्षिण अफ्रीका में भी ऐसी ही रिपोर्ट सामने आ रही है. दक्षिण अफ्रीका में ही पहली बार ओमिक्रॉन वेरिएंट की पहचान हुई थी.
इज़राइल में इस नए ओमिक्रॉन वायरस के चार मामले मिले हैं, जिनमें नवीनतम दो को टीका लगाया गया है. अधिकारियों का कहना है कि ऐसा लगता है कि जिन्हें पिछले छह महीनों में जैब या बूस्टर मिला है, वे सुरक्षित हैं. हालांकि, बयानों का समर्थन करने के लिए दावों को बिना किसी डेटा के साझा किया गया था.
स्वास्थ्य मंत्री नित्ज़न होरोविट्ज़ ने मंगलवार को कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि जिन लोगों को पिछले छह महीनों के भीतर दो जैब्स या बूस्टर मिले हैं, वे ओमिक्रॉन से सुरक्षित हैं.
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दक्षिण अफ्रीका में 403 फीसद बढ़े केस
दक्षिण अफ्रीका की बात करें तो वहां एक हफ्ते में कोविड के मामले 403% तक बढ़े हैं. वहीं पाजिटिविटी रेट 10 फीसद पहुंच गई है. जिसे वैज्ञानिक डरावना कह रहे हैं लेकिन एक अच्छी बात है. अस्पताल में भर्ती होने वालों में से 87% वे लोग हैं जिन्हें कोरोना का टीका नहीं लगा है. यानी कोरोना के दोनों डोज लगवाने वाले काफी हद तक Omicron variant से सुरक्षित होंगे.
हालांकि ये सभी रिपोर्ट अभी प्राथमिक स्तर पर हैं. सभी लोगों को इस वायरस से बचने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना चाहिए. आपको बता दें कि कई म्यूटेंट होने और नए स्पाइक प्रोटीन होने के चलते कोरोना के इस नए Omicron variant को लेकर दुनिया भर में डर का माहौल है.
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