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Srinagar : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्टेटहुड बहाल करने का वादा पूरा करने की दोबारा मांग की.उन्होंने साफ कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार अपने वादे पर खरी उतरे और जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिया जाए.
यह बयान उन्होंने शेर-ए-कश्मीर भवन में नेशनल कॉन्फ्रेंस कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया. एक साल पूरा होने पर अपनी सरकार के कार्यकाल का जायजा लेते हुए उन्होंने केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया, “अगर हमारे चुनावी वादों के लिए सवाल उठते हैं, तो भाजपा भी लोगों के प्रति जवाबदेह है. उन्होंने स्टेटहुड बहाल करने का वादा किया था, लेकिन अब तक वह क्यों पूरा नहीं हुआ?”
सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में संघ शासित प्रदेश (UT) की व्यवस्था के तहत काम करना एक अलग अनुभव रहा. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि निर्वाचित सरकार के पहले साल के अंदर स्टेटहुड बहाल हो जाएगा, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ. फिर भी, उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी और कहा कि स्टेटहुड की मांग पर लगातार काम जारी रहेगा.
उमर ने कहा, “स्टेटहुड ही जम्मू-कश्मीर की समस्याओं का जादुई समाधान है. मैं पूरे जम्मू-कश्मीर की धरती से केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि संसद और सुप्रीम कोर्ट में किए गए वादे को पूरा करें.”
जब उनसे पूछा गया कि वे कितनी देर इंतजार करेंगे, तो उन्होंने कहा, “क्या मेरे पास दूसरा विकल्प है? हम इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अगर जल्द नहीं हुआ तो अगली रणनीति जनता के सामने रखेंगे.”
उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा कि चुनाव के दौरान पार्टी के नेता कहते थे कि स्टेटहुड केवल केंद्र से आएगा, तो अगर ऐसा है तो अब तक यह क्यों नहीं मिला?
स्टेटहुड मुद्दे को वह अपनी सरकार की जिम्मेदारियों से बचने का बहाना नहीं मानते. उन्होंने कहा, “विपक्ष काम करता है, सरकार काम करती है, और मेरा काम जनता के लिए काम करना है.”
नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच राज्यसभा चुनाव को लेकर चल रही चर्चाओं पर भी सीएम ने संकेत दिए कि नागरोटा विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस के साथ बातचीत जारी है और अगर कांग्रेस के पास बेहतर उम्मीदवार होगा, तो वे समझौता करने को तैयार हैं.
अपनी सरकार के एक साल के प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि जनता ही अंतिम निर्णायक है और पांच साल बाद ही प्रदर्शन का आकलन किया जाना चाहिए.उन्होंने भरोसा जताया कि उनकी सरकार चुनावी वादों को पूरा करने में जुटी हुई है.