Movie Review: समाज को आईना दिखाती कंगना की पंगा
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Movie Review: समाज को आईना दिखाती कंगना की पंगा

अपने सपनों को पूरा करने के लिए कंगना की फिल्म से ज़रूर लें पंगा, हर ख़्वातीन के दिलों तक पहुंचेगा एक सवाल क्या मैं खुद में खुश हूं..?

Movie Review: समाज को आईना दिखाती कंगना की पंगा

दिल्ली : अपने तीखे स्टेटमेंट देने वाली कंगना ने इस बार डायरेक्टर अश्विनी अय्यर से पंगा लिया और ये पंगा काफी कामयाब रहा। हम बात कर रहे हैं फिल्म पंगा की...मूवी पंगा दर्शकों के दिलों को छूने में कामयाब रही डायरेक्टर अश्विनी अय्यर पहले भी बरेली की बर्फी और निल बटे सन्नाटा से लोगों के दिलों में जगह बनाने में कामयाब रही हैं...फिल्म के डॉयलॉग्स से लगता है यह आपकी बात हर उस ख़्वातीन की बात है जो अपने परिवार के लिए जी रही है और वो अपने आप को कहीं भूल चुकी है।

फिल्म की कहानी जया निगम (कंगना रनाउत) जो एक नेशनल कबड्डी प्लेयर और कैप्टन रह चुकी है, आस पास बुनी गई है। जो अपने परिवार के आगे अपने खेल कबड्डी से दूर हो जाती है,एक नेशनल प्लेयर अपनी पहचान खोकर एक मां और अच्छी पत्नी बनकर रह जाती है, लेकिन वो दिल से कबड्डी को भूला नहीं पाई है। अब वह 7 साल के बेटे आदित्य (यज्ञ भसीन) की मां और प्रशांत (जस्सी गिल) की पत्नी है।

एक ट्विस्ट के साथ जया का परिवार उसके नई शुरूआत के लिए कदम बढ़ाता है जिसमें आदित्य अपने पापा प्रशांत को मां की उम्र पूछता है और यह एहसास दिलाता है क्या वो दोबारा शुरूआत नहीं कर सकतीं...और ये बात प्रशांत सोचने पर मजबूर हो जाता है। और फिर शुरू होती है नई विचारधारा के साथ अपनी पत्नी को साथ देने का सफर।

पहले तो जया कमबैक की प्रैक्टिस का नाटक करती है, लेकिन इसके साथ ही नेशनल टीम में कमबैक होते ही वो दोबारा वो पल जीना चाहती है, और इसमें साथ देते हैं उसके पति उसका बेटा औऱ उसकी मां (नीना गुप्ता), और उसकी दोस्त मीनू जो कबड्डी प्लेयर होने के साथ कोच भी है।

फिल्म की कहानी बहुत सीधी है इसमें पति पत्नी के ऐसे स्पेशल रिलेशनशिप को दिखाया है कि जहां सोसायटी ख़्वातीन को महज किचन और घर संभालने तक ही सीमित रखती है..वहां पति और परिवार जया के सपने को अपना सपना बना लेते हैं।ये फिल्म उस सोसायटी को आइना दिखाती है।जो लड़के औऱ लड़कियों में फर्क करते हैं।

हमेंशा की तरह फिल्म में कंगना ने बेहतरीन अदाकारी की है कंगना अपने सपनों को दूसरों का सपना बनाने में भी कामयाब हुई हैं, उन्होंने तीन किरदार मां पत्नी औऱ खिलाड़ी बहुत ही बेहतरीन तरीके से निभाए हैं।जस्सी गिल प्रशांत के किरदार में फ्रेश लगे हैं।कंगना का बेटा आदित्य, इस रोल में यज्ञ भसीन ने कमाल का काम किया है।रिचा चड्ढा अपने रोल से लोगों को अपनी ओर खींचने में कामयाब रही हैं।हमेंशा की तरह नीना गुप्ता ने भी शानदार रोल प्ले किया है।

हालांकि कहानी में कुछ नया नहीं है लेकिन ये कहानी फिल्मी पर्दे और हकीकत का फर्क मिटा देती है फैमिली एंटरटेनर फिल्म हैं।फिल्म के डॉयलॉग्स, जो सपने देखते है वो पंगा लेते हैं बड़ी बड़ी बातें वुमेन एम्पॉवरमेंट की एक मां हूं मां के कोई सपने नहीं होते हैं।हर एक खिलाड़ी अपने लिए या अपनी टीम के लिए खेलता है कुछ खुशनसीब खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो मुल्क के लिए खेलते हैं।या फिर कोशिश तो करने दे यार फिर से पंगा लेना है आपके दिल को छू लेंगे।तो आप भी फिल्म को देखने का पंगा ले सकते हैं ।ज़ी सलाम मूवी पंगा को देता है 3.5 सलाम (स्टार)