गढ़वा: नाबालिग छात्रा को मां बनने के लिए किया गया मजबूर, मां बोली- दोषियों को मिले सजा
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गढ़वा: नाबालिग छात्रा को मां बनने के लिए किया गया मजबूर, मां बोली- दोषियों को मिले सजा

पीड़िता की मां का कहना है कि उसकी बेटी के साथ बहुत गलत हुआ है और वह दोषियों पर कार्रवाई चाहती है. जानकारी के मुताबिक, मामले की जानकारी सबसे पहले बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष उपेंद्र दुबे को हुई.

नाबालिग छात्रा को मां बनने के लिए किया गया मजबूर. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गढ़वा: झारखंड के गढ़वा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक नाबालिग लड़की को जबरन मां बनने के लिए मजबूर किया गया. हालांकि, मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.

वहीं, पीड़िता की मां का कहना है कि उसकी बेटी के साथ बहुत गलत हुआ है और वह दोषियों पर कार्रवाई चाहती है. जानकारी के मुताबिक, मामले की जानकारी सबसे पहले बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष उपेंद्र दुबे को हुई.

उन्होंने संस्था द्वारा कार्यरत स्वयंसेवक से मिली सूचना के आधार पर एक कमेटी का गठन कर जांच कराई. जांच में जो बातें सामने आईं निश्चित रूप से वो चौकाने वाली हैं. उन्होंने बताया कि जांच कमेटी स्कूल से लेकर पीड़िता के घर और अस्पताल तक जांच की.

उसमें मामला पूरी तरह सही साबित हुआ. सबसे पहले तो मालूम हुआ कि पीड़िता का प्रसव एक अस्पताल में कराया गया जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया. बच्चा फिलहाल एएनएम के पास है.

उक्त मामले को लेकर सीडब्ल्यूसी द्वारा जब स्कूल में जांच किया गया तो स्कूल के गार्ड ने पूरे मामले को बताया. संस्था के अध्यक्ष ने कहा कि गार्ड द्वारा यह जानकारी हुई कि जिस गांव की पीड़िता है, उसी गांव में एक महिला सेक्स रैकेट संचालित करती है. यहां पीड़िता के साथ स्कूल की अन्य छात्राओं का आना-जाना था.

इसी दौरान छात्रा गर्भ से हुई थी, जिसका प्रसव स्कूल से सटे अस्पताल में कराया गया. इसके बाद सभी के बयान दर्ज होने के बाद संस्था द्वारा स्कूल की पूर्व और वर्तमान वार्डेन के साथ-साथ एक ग्रामीण युवक, अस्पताल की एएनएम, सेक्स रैकेट की संचालिका, उसकी सहयोगी और डीएसई और डीईओ समेत कुल 18 लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने की अनुशंसा की गई है.

इसके साथ ही सारे दस्तावेज को डीसी, एसपी, सीआईडी ,डीजीपी और बाल संरक्षण आयोग रांची और दिल्ली के अलावा राज्यपाल को भी भेज दिया गया है. वहीं, इस मामले पर उपायुकत हर्ष मंगला ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है. सीएस और डीएसई से जांच कर रिपोर्ट मांगा है. जो भी दोषी पाए जाएंगें, उन पर निश्चित रूप से कड़ी कार्रवाई होगी.