नगर निगमः CID ने नामों के साथ भ्रष्टाचार का किया बड़ा खुलासा, बताया- प्रॉपर्टी ID बनवाने के लिए दलालों का बोलबाला
Advertisement

नगर निगमः CID ने नामों के साथ भ्रष्टाचार का किया बड़ा खुलासा, बताया- प्रॉपर्टी ID बनवाने के लिए दलालों का बोलबाला

पानीपत नगर निगम भ्रष्टाचार के मामले को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहा है. पिछले कई सालों से किसी भी भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और ना ही किसी अधिकारी कर्मचारी को इसमें दोषी पाया गया है.

नगर निगमः CID ने नामों के साथ भ्रष्टाचार का किया बड़ा खुलासा, बताया- प्रॉपर्टी ID बनवाने के लिए दलालों का बोलबाला

पानीपत/राकेश भयाना: पानीपत नगर निगम भ्रष्टाचार के मामले को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहा है. पिछले कई सालों से किसी भी भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और ना ही किसी अधिकारी कर्मचारी को इसमें दोषी पाया गया है. लेकिन, इस बार पानीपत नगर निगम में भ्रष्टाचार का खुलासा CID चीफ ने कमिश्नर को चिठी भेज कर नामों के साथ किया है.

गुप्तचर विभाग ने पानीपत नगर निगम में हो रही दलाली का खुलासा नामों के साथ कर सभी को स्तंभ कर दिया है. नगर निगम कमिश्नर को गुप्तचर विभाग ने चिट्ठी भेजी है जिसके बाद से दलालों में हंड़कंप मच गया है. पानीपत नगर निगम में गुप्तचर विभाग ने दलाली का पर्दाफाश कर दिया है. CID चीफ आलोक मित्तल ने नगर निगम कमिश्नर आरके सिंह को चिट्ठी भेजकर चार दलालों के नाम व एक आउटसोर्स कर्मचारी सुमित का नाम भेजा हैं.

नगर निगम कमिश्नर को गुप्तचर विभाग ने भेजी इस चिट्ठी से अब दलालों में हंड़कंप मचना शुरू हो चुका है. इसमें तीन दलाल पानीपत के और एक यमुनानगर का शामिल हैं. नगर निगम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते आए हैं. इस बार गुप्तचर विभाग की नजर नगर निगम के कर्मचारी व बिना कारण नगर निगम आने वाले लोगों पर रही हैं. गुप्तचर विभाग द्वारा अधिकारी और आउटसोर्सिंग के नामों की लिस्ट कमिश्नर को देने के बाद कमिश्नर को सौंप दी है. अब कमिश्नर ने जांच करने के बाद गुप्तचर विभाग की चिट्ठी पर कार्रवाई की रिपोर्ट सौंपनी है.

यह भी पढ़ेंः नशे के खिलाफ चलाए गए जा रहे "ऑपरेशन क्लीन" में आमजन का सहयोग व अग्रणी भूमिका बेहद जरूरी- DSP

CID चीफ आलोक मित्तल के पत्र में साफ लिखा गया है कि नगर निगम में तैनात सुमित लिपिक आउटसोर्स द्वारा नई प्रापर्टी आइडी बनाने की एवज में कार्यालय में कार्यरत अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत से रिश्वत के तौर पर पैसे लिए जा रहे है. यह कार्य उसके द्वारा विभिन्न दलालों के माध्यम से किया जाता है. कर्मचारियों द्वारा आवेदकों की फाइलों पर मौखिक तौर पर एतराज लगा कर आवेदक को परेशान किया जाता है ताकि आवेदक परेशान होकर दलालों से काम करवाए. इसके बाद दलालों द्वारा इस कार्य को करवाने की एवज में आवेदक से 10 हजार से 12 हजार रुपये प्रति फाइल लिए जा जाते है.

CID चीफ ने कर्मचारियों के नामों किया खुलासा

लिपिक सुमित के साथ कई कर्मचारी भ्रष्टाचार में शामिल हैं. इसमें नगर निगम कर्मचारी विकास लिपिक, अनिल कुमार लिपिक वार्ड नंबर एक से पांच, रमेश लिपिक वार्ड 14 से 18, विजेंद्र, प्रवीण वर्मा (सुमित का भाई) शामिल हैं. चिट्ठी में दलालों के नाम का भी खुलासा किया गया है. इसमें बताया गया है कि दलाल धीरज चावला हुडा पार्ट 1 पानीपत में रहता है. दूसरा शुभम कुमार न्यू रमेश नगर में रहता है. तीसरा अशीष बजाज जागधरी के स्कूलइ रोड पर रहता है और चौथा दलाल प्रशांत दीवान जो पानीपत नई सब्जी मंडी में रहता है. इन सभी पर सीआइडी चीफ ने कार्रवाई के लिए कमिश्नर को पत्र भेजा है.

CID चीफ द्वारा नगर निगम में प्रॉपर्टी आईडी में भ्रष्टाचार का खुलासा करने के मामले में मेयर अवनीत कौर ने कहा कि मुझे भी अखबारों के माध्यम से जानकारी मिली है कि चंडीगढ़ से कोई पत्र आया है जिसके बाद कमिश्नर से फोन पर बात हुई उन्होंने आश्वासन दिया है कि गंभीरता पूर्वक इस पूरे मामले में कार्रवाई की जाएगी. मेयर ने कहा कि कोई भी इस मामले में दोषी मिलेगा उसे निगम से निकाल दिया जाएगा.

WATCH LIVE TV

उन्होंने बताया कि जिस पत्र में नामों का खुलासा हुआ है वह सभी आउटसोर्सिंग के लोग हैं जिन्हें जल्दी हटा दिया जाएगा. इस खुलासे के बाद कमिश्नर ने इस पूरे मामले की जांच करने का आश्वासन दिया है. वही इस पत्र के खुलासे में निगम के अधिकारी का भी नाम आया है उस पर बोलते हुए मेयर ने कहा कि जो भी नियमित कर्मचारी है. अगर वह भी इस में शामिल पाया जाते हैं तो उसके खिलाफ भी एक पत्र सरकार को लिखकर भेजा जाएगा.

उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में निगम में भ्रष्टाचार सहन नहीं होगा. मेयर ने कहा कि जब से मैंने पद ग्रहण किया है कभी भी भ्रष्टाचार को सपोर्ट नही किया है. उन्होंने कहा कि कहीं भी अगर भ्रष्टाचार की दुर्गंद आती है तो उसे खिलाफ खुद में कार्रवाई करूंगी. उन्होंने कहा कि अगर यह पत्र गोपनीयता था जिसका मुझे नहीं पता तो इसके बारे उच्च अधिकारी ही बता पाएंगे.

यह भी पढ़ेंः हरियाणा के गत्ता बनाने वाली फैक्ट्री में लगी भयंकर आग, 2 मजदूर घायल, लाखों का सामान जलकर हुआ खाक

अवनीत कौर ने कहा कि दलालों पर शिकंजा कसने की पूरी तरह से कोशिश की जा रही है. उसके लिये निगम में CCTV कैमरे लगाए गए हैं. वही प्रवेश द्वार पर भी पुलिस कर्मी तैनात करने के साथ स्टाफ को भी सख्त आदेश दिए गए हैं. अगर कहीं भी उन्हें अंदेशा लगता है की प्रॉपर्टी का असली मालिक नहीं है तुरंत से उसकी सूचना दी जाए.

नगर निगम कमिश्नर गुप्तचर विभाग के पत्र पर जांच कितने दिन बाद CID चीफ को सौंपते हैं यह देखना होगा. क्योंकि इस बार मामला CID चीफ के संज्ञान में है. CID चीफ ने निगम में इतने बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा कर सभी विधायक, नेताओं व कर्मचारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है.

Trending news