संयुक्त किसान मोर्चा-हाई पावर कमेटी की बैठक कल, 43 किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया
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संयुक्त किसान मोर्चा-हाई पावर कमेटी की बैठक कल, 43 किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया

पानीपतः तीन कृषि कानून के खिलाफ पिछले एक साल किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली बॉर्डर को खुलवाने के लिए के लिए गठित की गई, हाई पावर कमेटी का आयोजन किया गया है. यह कमेटी रविवार 19 सितंबर, 2021 को संयुक्त किसान मोर्चा के साथ बैठक करेगी.

संयुक्त किसान मोर्चा-हाई पावर कमेटी की बैठक कल, 43 किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया

पानीपतः तीन कृषि कानून के खिलाफ पिछले एक साल किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली बॉर्डर को खुलवाने के लिए के लिए गठित की गई, हाई पावर कमेटी का आयोजन किया गया है. यह कमेटी रविवार 19 सितंबर, 2021 को संयुक्त किसान मोर्चा के साथ बैठक करेगी. इस कमेटी के लिए सोनीपत DC की तरफ से मोर्चा को निमंत्रण भेजा गया है.

इस कमेटी में 43 किसान नेताओं को वार्ता के लिए बुलावा भेजा गया है. यह बैठक मुरथल स्थित दीनबंधू छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हॉल में रखी गई है. पत्र में लिखा गया है कि सुप्रीम कोर्ट में लगी याचिका पर आए आदेश के अनुसार सरकार किसान संगठनों के साथ वार्ता करके रास्ते खोलने का कोई समाधान निकालना चाहती है.

पत्र में आगे लिखा है कि इसके लिए मोर्चा के सदस्य वार्ता के लिए आमंत्रित हैं. इस बैठक में सरकार की तरफ से हाई पावर कमेटी के सदस्य शामिल रहेंगे. हालांकि, मोर्चा के नेताओं की ओर से अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि वे बैठक में शामिल होंगे या नहीं. शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक बुलाई गई है.

पत्र में आगे लिखा है कि इसी में तय किया जाएगा कि बैठक में जाना है या नहीं. अगर जाना है तो क्या-क्या बातें रखनी हैं, क्योंकि 20 सितंबर, 2021 यानी की सोमवार को कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई होनी है.

सरकार अपना रही है घटिया हथकंडे- किसान

संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से बयान जारी किया गया है कि हरियाणा सरकार किसान आंदोलन को दबाने के लिए अलग-अलग तरह के उपाय निकाल रही है. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार को किसान आंदोलन की इतनी चिंता है तो उन्हें आंदोलन की जायज मांगों को पूरा करके इसका समाधान करना चाहिए.

संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे कहा कि किसान दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन अपनी मर्जी से नहीं कर रहे हैं, बल्कि केंद्रीय गृह मंत्रालय सहित विभिन्न राज्यों की पुलिस ने उन्हें सीमाओं पर रहने के लिए मजबूर किया है.

6 से 4 बजे तक रहेगा भारत बंद

बताते चले कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर, 2021 को भारत बंद का ऐलान किया है और इसके लिए उन्होंने कुछ दिशा-निर्देश में भी जारी किए है, ताकि जनता को किसी भी तरह की कोई असुविधा न हो. किसानों ने बताया कि बंद शांतिपूर्ण और स्वैच्छिक होगा और आपातकालीन सेवाओं को छूट दी जाएगी. भारत बंद सुबह 6 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक जारी रहेगा. किसानों ने कहा कि ‘किसान विरोधी मोदी सरकार के खिलाफ भारत बंद’, ‘मोदी करेगा मंडी बंद,  हम करेंगे भारत बंद’

ये सब चीजें रहेंगी बंद

केंद्र व राज्य सरकार के सभी दफ्तर व संस्थाएं बंद.

बाजार, दुकानें, कारखाने और उद्योग बंद.

स्कूल, कॉलेज वे अन्य शिक्षण संस्थान. सार्वजनिक यातायात और निजी वाहन.

सरकारी या गैर सरकारी सार्वजनिक कार्यक्रम.

इन्हें दी जाएगी छूट

अस्पताल, मेडिकल स्टोर, एंबुलेंस व कोई भी मेडिकल सेवा.

सार्वजनिक इमरजेंसी (फायर ब्रिगेड, आपदा राहत आदि) या व्यक्तिगत इमरजेंसी (मृत्यु, बीमारी, शादी आदि) के कार्य.

स्थानीय संगठनों द्वारा दी गई और कोई भी छूट.

बंद के लिए ये दिए निर्देश

बंद से पहले पब्लिक या व्यापारियों तक सूचना दी जाएगी.

पब्लिक को परेशानी कम हो, इसका ध्यान रखें.

सभी जन आंदोलनों, जन संगठनों और गैर-बीजेपी राजनीतिक दलों को बंद से जोड़ने की कोशिश करें.

लाठीचार्ज मामले पर IG स्टेटस की रिपोर्ट

आपको बता दें कि करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज मामले पर बीते शुक्रवार को आईजी ममता सिंह ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में रिपोर्ट दी है. इसी के साथ न्यायिक जांच की याचिका खारिज करने की भी मांग की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘विरोध के नाम पर हाईवे जाम करना आदत बन गया है. आंदोलनकारियों को हाईवे से हटने के निर्देश दें. 24 को अगली सुनवाई होगी.’

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