पेपर लीक कराने के लिए लेता था 5-10 लाख रुपये, सीबीआई का पूर्व कर्मचारी गिरफ्तार
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पेपर लीक कराने के लिए लेता था 5-10 लाख रुपये, सीबीआई का पूर्व कर्मचारी गिरफ्तार

सोनीपत एसटीएफ (Sonipat STF Police) को पेपर लीक मामले (paper leak case) में बड़ी कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने सीबीआई के पूर्व कर्मचारी  दिशांत उर्फ ओकी को गिरफ्तार किया है.

सोनीपत एसटीएफ की गिरफ्त में आरोपी.

राजेश खत्री /सोनीपत: सोनीपत एसटीएफ (Sonipat STF) को पेपर लीक मामले (paper leak case) में बड़ी कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने सीबीआई के पूर्व कर्मचारी  दिशांत उर्फ ओकी को गिरफ्तार किया है. पेपर सॉल्वर गैंग (paper solver gang) का मुख्य आरोपी दिशांत सोनीपत के गांव पिपली का रहने वाला है.

वह सीबीआई में एलडीसी के पद पर कार्यरत था. एसटीएफ ने दिशांत को जिला अदालत (District Court) में  पेश करने के बाद 5 दिन की रिमांड पर लिया है. ताकि और भी खुलासे हो सकें. 

देश में बिछाया हुआ था जाल

पुलिस के मुताबिक दिशांत 5 लाख रुपये में पेपर लीक करवाता था. वह दिल्ली पुलिस के सिपाही व गैंग सरगना रोबिन के साथ मिलकर इस रैकेट को चलाता था. इतना ही नहीं, आरोपी ने सिर्फ हरियाणा ही नहीं बल्कि देशभर में अपना जाल बिछाया हुआ था. सीबीआई ने साल 2021 में दिशांत को गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में इसे जमानत मिल गई थी. 

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14 मामलों की चल रही जांच 

गौरतलब है कि एसटीएफ सोनीपत पुलिस 14 अलग-अलग पेपर लीक मामलों में लगातार जांच कर रही है, जहां पानीपत में भी मामला दर्ज है. एसटीएफ दिशांत समेत करीब 23 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपी कई विभागों के एग्जाम पास कराने के लिए 5 लाख से 10 लाख रुपये तक की मोटी रकम लेते थे.

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