हिमाचल शीतकालीन सत्र के दौरान बिलासपुर MLA त्रिलोक जमवाल ने सदन में उठाया बंबर ठाकुर की आय पर सवाल
Bilaspur News: हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र के दौरान बिलासपुर से विधायक त्रिलोक जमवाल ने सदन में उठाया पूर्व विधायक बंबर ठाकुर की आय से अधिक संपत्ति का मामला. कहा 2015 से 2022 तक पूर्व विधायक की धर्मपत्नी के नाम हो गयी 30 बीघा जमीन.
Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला के तपोवन में चला हुआ है. ऐसे में विपक्षी पार्टी भाजपा के विधायकों द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाया जा रहा है, जिसका जबाव सत्तापक्ष द्वारा दिया जा रहा है.
ऐसे में बिलासपुर सदर से भाजपा विधायक त्रिलोक जम्वाल ने सदन में पूर्व विधायक व हिमाचल कांग्रेस के पूर्व महासचिव बंबर ठाकुर की आय से अधिक संपत्ति का मामला उठाते हुए उनपर गंभीर आरोप लगाए हैं. गौरतलब है कि विधायक त्रिलोक जमवाल ने सदन में कहा कि पूर्व विधायक द्वारा कुछ माह पहले जहां भी बजरी इकट्ठा होती है और ट्रकों की लाइन लगती है वहां काउंटर पर बैठकर सारा हिसाब रखते हैं, जिसका नतीजा यह हुआ कि रेलवे निर्माण कंपनी के कार्यालय में माइनिंग माफिया व चिट्टा माफिया आपस में टकराये और दिन दहाड़े गोलीकांड हुआ.
साथ ही विधायक त्रिलोक जमवाल ने सदन में पूर्व विधायक द्वारा चुनाव में दिए गए एफीडेविट को आधार बनाकर कहा की पूर्व विधायक की धर्मपत्नी के नाम पर वर्ष 2015 से 2022 तक 30 बीघा जमीन नाम हुई है जबकि वह क्लास थ्री कर्मचारी है.
इसके साथ ही पूर्व विधायक के पास 23 बैंक एकाउंट होने की भी बात कहते हुए यह कैसा व्यवस्था परिवर्तन की बात कही है. वहीं विधायक त्रिलोक जमवाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने प्रेसवार्ता कर कहा कि विधायक द्वारा सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के मकसद से सदन में बेबुनियादी आरोप उनपर लगाए गए हैं और अगर उनमें साहस है तो इन बातों को सदन के बाहर बोलकर दिखाएं और कोर्ट में खामियाजा भुगतने को तैयार रहें.
साथ ही बंबर ठाकुर ने कहा कि हर विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने एफीडेविट फ़ाइल की है और उसमें अपनी संम्पति का पूरा सही ब्यौरा दिया है. बंबर ठाकुर ने आगे कहा कि भाजपा विधायक की देश-विदेश में कईं कोठिया होने का आरोप लगाया है. बंबर ठाकुर का कहना है कि विधायक को अगर बिलासपुर में अवैध माइनिंग होने का शक है, तो इसकी लिखित शिकायत मुख्यमंत्री व राज्यपाल को दें और अवैध माइनिंग के खिलाफ कार्रवाई में वह अपना पूरा सहयोग देंगे, लेकिन रेलवे प्रोजेक्ट में ज्यादातर रेत, बजरी का काम विधायक व भाजपा के लोग कर रहे हैं.
साथ ही पूर्व विधायक ने उनपर हुए हमले के पीछे भाजपा नेताओं का हाथ होने और उन्हें एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिलने की बात कही है, जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस प्रशासन को दी है.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर