Kinnaur: जल शक्ति विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, ग्राम सभा ने विजिलेंस जांच की उठाई मांग
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh2731871

Kinnaur: जल शक्ति विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, ग्राम सभा ने विजिलेंस जांच की उठाई मांग

किन्नौर जिला के प्रवेश द्वार चौरा में लोक निर्माण विभाग से अनुमति लिए बिना ही पुराना हिंदुस्तान तिब्बत रोड पर ही बिछा दी आठ इंच मोटी पाईप लाईन। लोगों ने कार्य की गुणवत्ता पर भी उठाए सवाल। चौरा पंचायत की ग्राम सभा ने प्रस्ताव पास कर सरकार से विजिलेंस इंक्वारी की उठाई मांग

 

Kinnaur: जल शक्ति विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, ग्राम सभा ने विजिलेंस जांच की उठाई मांग

Kinnaur News(विशेषर नेगी): किन्नौर जिला के प्रवेश द्वार पर स्थित चौरा पंचायत के लोगों ने जल शक्ति विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल उठते हुए ग्राम सभा से प्रस्ताव पास कर विजिलेंस इंक्वारी की सरकार से मांग उठाई है. चौरा पंचायत के ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विभाग द्वारा पुराना हिंदुस्तान तिब्बत रोड में ग्रामीणों के विरोध और बिना लोक निर्माण विभाग की अनुमति के आठ इंच मोटी प्लास्टिक की सिंचाई पाईप लाईन बिछाई जा रही है. 

लाइन बिछाते हुए कार्य भी मापदंडों से हट कर निम्न स्तर का किया जा रहा है. लोगो ने बताया लाईन की मजबूती के लिए खड़े किए गए कंक्रीट पिलर पत्थर भरे होने के कारण टूट रहे है, पानी जगह जगह ज्वाइट से लीक हो रहा है. ग्राम सभा के दौरान लोगों ने बताया कि लाइन को पुराना हिंदुस्तान तिब्बत रोड से न बिछाने की मांग को ले कर कई बार कार्य रुकवाया. बावजूद लाईन बिछाने का कार्य जारी है. 

जब की आजादी से पूर्व के बने सामरिक महत्व वाले इस हेरिटेज खच्चर रोड को जल्द वाहन योग्य बनाया जाना है. इसी सड़क से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के भेड़ पालक गर्मियों में पहाड़ों की ओर और सर्दियों में निचले इलाकों की ओर अपने मवेशी इसी सड़क से हो कर ले जाते है. इतना ही नहीं स्थानीय पंचायत के लोगों के बाग बगीचे और कुछ गांव इसी सड़क से जुड़े है.

पर्यटन की दृष्टि से भी इस सड़क का महत्व अधिक है. ग्राम सभा में लोगो ने आरोप लगाया जल शक्ति विभाग ने जबरन पाइप लाइन को सड़क पर बिछा कर मार्ग को वाहन योग्य करने की संभावनाओं पर विराम लगा दिया है. ऐसे में कार्य को तुरंत प्रभाव से रोकते हुए विजिलेंस जांच की मांग एकमत हो कर की है. उधर माकपा नेता एवं पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने भी इस तरह के कार्यों पर गंभीर सवाल सरकार के समक्ष खड़े किए है.

ग्रामीण चंद्रकला ने बताया कि उनका घर पुराना हिंदुस्तान तिब्बत रोड के साथ है. नेशनल हाईवे से उन्हें घर पहुंचने में पैदल डेढ़ घंटे लगते हैं. उन्होंने बताया कि एक ओर तो सड़क निर्माण का कार्य चल है. दूसरी ओर पुराना हिंदुस्तान तिब्बत रोड में मोटी पाइप लाइन बिछाई जा रही है. उन्होंने बताया कि लाइन के साथ-साथ सड़क में ही चेंबर बनाए जा रहे हैं. लाइन बिछाते हुए पिलर बिल्कुल घटिया बनाएं बनाए गए हैं. सड़क में पाइप लाइन बिछाने से उनका चलना फिरना भी मुश्किल हो गया है.

महिला मंडल प्रधान सुनदेही ने बताया कि उनके बाग बगीचे इसी सड़क के साथ है. उन्हें वाहन योग्य सड़क की अत्यंत आवश्यकता है. लेकिन वर्तमान में जल शक्ति विभाग द्वारा मोटी पाइप लाइन इस पुराने हिंदुस्तान तिब्बत रोड में बिछाई जा रही है. इससे लोगों एवं पशुओं का चलन मुश्किल हो गया है. उन्होंने बताया ग्राम सभा में विजिलेंस इंक्वारी की मांग उठाई गई है.

कफ़ौर गांव निवासी रामानंद ने बताया कि पुराना हिंदुस्तान तिब्बत रोड के ऊपर मोटी पाइप लाइन बिछाई जा रही है. इस पर ग्रामीण आपत्ति जाहिर कर रहे हैं. सड़क में ही टैंक एवं चैंबर आदि भी बनाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पंचायत में ग्राम सभा ने विजिलेंस इंक्वारी की मांग उठाई गई है.

किसान नेता एवं ठियोग के पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने बताया कि वह स्वयं भी मौके पर गए हैं. उन्होंने बताया कि इस कार्य में गोलमाल है। उन्होंने बताया कि पुराना हिंदुस्तान तिब्बत रोड धरोहर है, और इस सड़क को वाहन योग्य बनाया जाना है. लेकिन जो सड़क पर जो लाइन बिछाई जा रही है उसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. जहां-जहां से पिलर टूटे हैं, वहां वहां अंदर कंक्रीट नहीं निकला पत्थर भरे है. सिर्फ बाहर से लीपा पोती की गई है. यह ठेकेदार और अधिकारियों के जेबें भरने की योजना है. उन्होंने कहा सरकार तुरंत इस पर संज्ञान ले. अन्यथा भविष्य में बड़ा आंदोलन हो सकता है.

Trending news

;