घुटना फ्रैक्चर होने से रियो ओलिंपिक में नहीं खेल पाई थीं, अब Tokyo Olympic में गोल्ड पर रहेगी विनेश फोगाट की नजर
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घुटना फ्रैक्चर होने से रियो ओलिंपिक में नहीं खेल पाई थीं, अब Tokyo Olympic में गोल्ड पर रहेगी विनेश फोगाट की नजर

इस बार हरियाणा के भिवानी जिले की रेसलर विनेश फोगाट Tokyo Olympic में पहुंचने वाली पहली भारतीय पहलवान बन गई हैं. पोलैंड ओपन में गोल्ड मेडल जीतकर उन्होंने Tokyo Olympic में अपने दावे को पुख्ता कर लिया था.

विनेश फोगाट

नई दिल्ली : इस बार हरियाणा के भिवानी जिले की रेसलर विनेश फोगाट Tokyo Olympic में पहुंचने वाली पहली भारतीय पहलवान बन गई हैं. पोलैंड ओपन में गोल्ड मेडल जीतकर उन्होंने Tokyo Olympic में अपने दावे को पुख्ता कर लिया था. हरियाणा को उनसे काफी उम्मीदें हैं क्योंकि 2016 में हुए चोट लगने के कारण रियो ओलिंपिक से बाहर होने के बावजूद विनेश का हौसला नहीं डगमगाया और कड़ी मेहनत के दम पर एक बार फिर उन्होंने ओलिंपिक खेलों में अपनी जगह बना ली. टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड पाने का सपना पूरा करने के लिए विनेश को जापान की मायू मुकाइडा, चीन की पैंग कियानयु और स्वीडन की सोफिया मैटसन  को मैट पर पटखनी देनी होगी. 

2014 में मिला था पहला अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक 

फोगाट ने नई दिल्ली में 2013 को हुई एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 51 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीता. इसी साल दक्षिण अफ़्रीका के जोहानिसबर्ग में हुई राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में 51 किलो भार वर्ग में रजत पदक हासिल किया. 26 वर्षीय विनेश फोगाट ने 48 किलो भार वर्ग में ग्लासगो के 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक हासिल किया था. इसके बाद उन्होंने गोल्ड कोस्ट 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में  50 किलोग्राम भार वर्ग में भी गोल्ड जीता. 

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राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी सफलता के बाद इस महिला पहलवान का नाम  2016 में रियो ओलंपिक में पदक जीतने की उम्मीदवारों में गिना जाने लगा, लेकिन क्वार्टर फाइनल के एक मुकाबले में घुटना फ्रैक्चर होने की वजह से विनेश का सपना पूरा नहीं हो सका. उनकी सर्जरी की गई और पांच महीने बाद ही वह मैट पर लौट सकीं. भारत सरकार ने कुश्ती में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 

इस साल तीन अब तक तीन मेडल जीते 

विनेश ने इस साल तीन मेडल जीते हैं. पोलैंड ओपन के अलावा उन्होंने मार्च में माटियो पेलिकोन और अप्रैल में एशियाई चैंपियनशिप का खिताब भी अपने नाम किया था. उन्होंने कजाकिस्तान के नूर-सुल्तान में हुई 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में अपना ओलिंपिक स्थान पक्का किया। इसके अलावा कांस्य पदक जीतकर वर्ल्ड चैंपियनशिप इवेंट में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. .

बचपन रहा है कठिनाई भरा 

विनेश फोगाट का जन्म भिवानी के बलाली गांव में हुआ था. जमीन विवाद में उनके पिता राजपाल की हत्या कर दी गई थी. उन्होंने अपने चाचा महावीर सिंह फोगाट से पहलवानी के गुर सीखे. महावीर फोगाट प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच और महिला पहलवानों गीता और बबीता फोगाट के पिता हैं. 

 

 

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