टोक्यो ओलंपिक : चानू के साथ कैप्टन अमरिंदर ने पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर को क्यों दी बधाई? जानें वजह
Advertisement

टोक्यो ओलंपिक : चानू के साथ कैप्टन अमरिंदर ने पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर को क्यों दी बधाई? जानें वजह

पीएपी जालंधर में सेंटर स्पोर्ट्स में तैनात संदीप कुमार जालंधर के बड़ा गांव के रहने वाले हैं. संदीप ने खुद वेटलिफ्टर के तौर पर 1996 के अटलांटा ओलंपिक में हिस्सा लिया था. 1998 के कुआलालम्पुर राष्ट्रमंडल खेल में 69 किलो भार वर्ग में उन्होंने कांस्य पदक जीता था. 

वेटलिफ्टिंग में पहला सिल्वर मेडल दिलाने वाली मीराबाई चानू सहायक प्रशिक्षक संदीप कुमार के साथ

चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शनिवार को टोकियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने पर भारत की वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को बधाई दी. चानू ने 49 किलो भार वर्ग में रजत पदक जीता. 

मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, 'हमारा पहला मैडल, साईखोम मीराबाई चानू को टोकियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने पर बधाई, जिसने महिलाओं के 49 किलो भार वर्ग में कुल 202 किलो भार उठाया. भारत को आपकी इस उपलब्धि पर बहुत गर्व है।

मुख्यमंत्री ने चानू के सहायक प्रशिक्षक संदीप कुमार को भी बधाई दी. संदीप पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं. कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में चानू ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए भारत का नाम रोशन किया है.

संदीप कुमार जालंधर के बड़ा गांव के रहने वाले हैं. संदीप ने खुद वेटलिफ्टर के तौर पर 1996 के अटलांटा ओलंपिक में हिस्सा लिया था. 1998 के कुआलालम्पुर राष्ट्रमंडल खेल में 69 किलो भार वर्ग में उन्होंने कांस्य पदक जीता था. पंजाब पुलिस का यह इंस्पेक्टर इस समय पीएपी जालंधर में सेंटर स्पोर्ट्स में तैनात हैं. 

टोक्यो ओलंपिक में वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने भारत की झोली में सिल्वर मेडल डाल दिया है. चानू से पहले 2000 में सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक (ब्रांज मेडल) अपने नाम किया था. इसी के साथ वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने इतिहास रच दिया. इससे पहले ओलंपिक में किसी भी भारतीय वेटलिफ्टर ने रजत पदक नहीं जीता था.

 

 

Trending news