रिपोर्ट्स के मुताबिक AICPI Index में दो महीने लगातार कमी आने के बाद मार्च 2022 में 1 प्वाइंट का उछाल आया है. यही कारण है कि महंगाई भत्ता (Dearness Allowance - DA) बढ़ने की उम्मीद जाग गई है. एक बार फिर महंगाई भत्ता चार फीसदी बढ़ सकता है.
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7th Pay Commission: केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एक और अच्छी खबर आई है. लगातार बढ़ती महंगाई से राहत देने के लिए पिछले महीने ही मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्माचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाया था. अब उन्हें सरकार के एक और फैसले से राहत मिलेगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक AICPI Index में दो महीने लगातार कमी आने के बाद मार्च 2022 में 1 प्वाइंट का उछाल आया है. यही कारण है कि महंगाई भत्ता (Dearness Allowance - DA) बढ़ने की उम्मीद जाग गई है. एक बार फिर महंगाई भत्ता चार फीसदी बढ़ सकता है.
रिपोर्ट्स की मानें तो जल्द ही एक और सैलरी हाइक मिलेगी. सरकारी कर्मचारियों को ध्यान देना चाहिए कि खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों के आधार पर डीए और डीआर को साल में दो बार जनवरी और जुलाई में संशोधित किया जाता है.
रिपोर्ट्स में आगे कहा गया है कि जुलाई में महंगाई भत्ते में चार फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है, जिससे डीए 38 फीसदी हो जाएगा.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मार्च 2022 में सातवें वेतन आयोग के तहत महंगाई भत्ते (डीए) में 3 फीसदी की बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी, जिससे डीए मूल आय का 34 फीसदी हो गया था. केंद्र सरकार के इस कदम से 50 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी और 65 लाख पेंशनभोगी लाभान्वित हुए हैं.
केंद्र सरकार के कर्मचारियों को ध्यान देना चाहिए कि जुलाई 2021 से जब से फ्रीज हटा लिया गया था, तब से डीए और डीआर में तीन बढ़ोतरी हुई है और उनके लिए उनका वेतन लगभग दोगुना हो गया है।
महंगाई भत्ता जहां सरकारी कर्मचारियों को दिया जाता है, वहीं महंगाई राहत पेंशनभोगियों को महंगाई की बढ़ती दर से निपटने के लिए दी जाती है.
COVID महामारी के कारण, केंद्र सरकार ने 1 जनवरी, 2020 के लिए DA और DR की तीन किस्तों को रोक दिया था; 1 जुलाई, 2020; और 1 जनवरी, 2021.
जानिए 38 फीसदी होने पर कितनी बढ़ेगी सैलरी
कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 56,900 रुपये है, उनको 38 प्रतिशत महंगाई भत्ता होने पर 21,622 रुपये DA मिलेगा. अभी 34 फीसदी की दर से 34 प्रतिशत डीए के हिसाब से 19,346 रुपये मिल रहे हैं. 4 फीसदी डीए बढ़ने से सैलरी में 2,276 रुपये बढ़ जाएंगे. यानी, सालाना करीब 27,312 रुपये बढ़ जाएंगे.