Amar Jawan Jyoti : केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि अमर जवान ज्योति की लौ के बारे में बहुत सारी गलत सूचनाएं फैल रही हैं. सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट किया कि अमर जवान ज्योति की लौ बुझाई नहीं जा रही है. इसे बस राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की ज्वाला में मिला दिया जा रहा है.
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नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट पर 26 फरवरी 1972 को पहली बार जलाई गई अमर जवान ज्योति को आज दोपहर करीब 3.30 बजे नेशनल वॉर मेमोरियल में शिफ्ट कर दिया जाएगा. इस दौरान आयोजित समारोह की अध्यक्षता एयर मार्शल बलभद्र राधा कृष्ण करेंगे. इसी के साथ सरकार के इस कदम पर पूर्व सैनिकों और राजनीतिक दलों ने विरोध जताना शुरू कर दिया है.
इंडिया गेट पर पिछले 50 साल से जल रही अमर जवान ज्योति 1971 समेत अन्य युद्धों और मिशन में शहीद होने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि देती थी. इसे सबसे पहले पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के युद्ध में शहीद होने वाले 3,843 भारतीय जवानों की याद में जलाया गया था.
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसका उद्घाटन किया था. मोदी सरकार ने 1947 में देश की आजादी के बाद से अब तक शहादत दे चुके 26,466 भारतीय जवानों के सम्मान में 2019 में दिल्ली में नेशनल वॉर मेमोरियल बनवाया था. अमर जवान ज्योति की ज्योत को यहां जल रही ज्योत से आज मिला दिया जाएगा. सरकार के इस कदम पर सोशल मीडिया पर मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आने लगी हैं.
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पूर्व सैनिकों ने इसे अपनी भावनाओं से जुड़ा हुआ बताते हुए नहीं हटाए जाने की अपील की है. वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया-बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा. कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते। कोई बात नहीं…हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे.
बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा।
कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं…
हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 21, 2022
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया- मोदी जी आप “न किसान के हैं न जवान के”. 1971 के भारत-पाक युद्ध में हमारे जवानों ने अपनी शहादत दी. उनकी याद में 50 वर्षों से ये “अमर जवान ज्योति” जल रही है. आप उस ज्योति को बुझाकर वीर जवानों की शहादत का अपमान कर रहे हैं. ये देश आपको माफ नहीं करेगा.
मोदी जी आप “न किसान के हैं न जवान के”
1971 के भारत-पाक युद्ध में हमारे जवानो ने अपनी शहादत दी उनकी याद में 50 वर्षों से ये “अमर जवान ज्योति” जल रही है।
आप उस ज्योति को बुझाकर वीर जवानो की शहादत का अपमान कर रहे हैं।
ये देश आपको माफ़ नही करेगा। pic.twitter.com/qZ9uJ8J9M3— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) January 21, 2022
ज्योत को लेकर फैलाई जा रही गलत सूचना
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि अमर जवान ज्योति की लौ के बारे में बहुत सारी गलत सूचनाएं फैल रही हैं. सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट किया कि अमर जवान ज्योति की लौ बुझाई नहीं जा रही है. इसे बस राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की ज्वाला में मिला दिया जा रहा है. अमर जवान ज्योति की ज्वाला ने 1971 और अन्य युद्धों के शहीदों को श्रद्धांजलि दी, लेकिन देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले नामों में से कोई भी वहां मौजूद नहीं था. यह एक अजीब बात थी, लेकिन नेशनल वॉर मेमोरियल में 1971 सहित सभी युद्धों में शहीदों के नाम हैं. यह स्मारक हमारे शहीद नायकों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।