वायरल हो रहे इस वीडियो में एक श्रद्धालु अपने कुत्ते के साथ केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) पहुंचा. मंदिर के बाहर श्रद्धालु ने पहले अपने पालतू कुत्ते के पंजे से भगवान नंदी को स्पर्श किया और फिर खुद जूते पहनकर भगवान नंदी को हाथ लगाया.
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चंडीगढ़- इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो आग की तरह फैल रहा है. इस वीडियो में एक व्यक्ति अपने पालतू कुत्ते को गोद में उठाकर केदारनाथ दर्शन के लिए ले गया. कुत्ते के पंजे से नंदी को सपर्श करवाया गया, जिसके बाद से इस वीडियो पर सवाल उठने लगे है.
वायरल हो रहे इस वीडियो में एक श्रद्धालु अपने कुत्ते के साथ केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) पहुंचा. मंदिर के बाहर श्रद्धालु ने पहले अपने पालतू कुत्ते के पंजे से भगवान नंदी को स्पर्श किया और फिर खुद जूते पहनकर भगवान नंदी को हाथ लगाया.
बता दें कि समिति द्वारा ट्वीट कर दी गई जानकारी के अनुसार, "उस व्यक्ति के कृत्य को घोर आपत्तिजनक बताया गया है. साथ ही उस कृत्य से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत होने की भी बात कही गई है.
आ गयी दूसरी रील, जूते पहनकर नंदी भगवान का स्पर्श https://t.co/MEwZFpPFnE pic.twitter.com/UHfPxgXxZM
— ABHISHEK SEMWAL (@Abhiisshhek) May 16, 2022
इतना ही नहीं वीडियो में आप देख सकते है कि पंडित भी कुत्ते को तिलक लगा रहे हैं. वीडियो के वायरल होते ही लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और इस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. हालांकि बहुत से लोग ऐसे भी है जो इस वीडियो को देखने के बाद गलत नहीं मान रहे हैं.
वीडियो में एक साइबेरियन हस्की ब्रीड के कुत्ते को उसका मालिक केदारनाथ धाम में दर्शन करवा रहा है और केदारनाथ धाम में मौजूद नंदी पर कुत्ते से माथा टिकवा रहा है. वहीं, पंडित भी कुत्ते का तिलक कर रहे हैं.
इस वीडियो को भी इंस्टाग्राम और वीडियो ब्लॉग के जरिए अपलोड किया गया है, जिस पर लोगों के तरह तरह के कमेंट्स आ रहे हैं. इस वीडियो को भी ट्रोल किया जा रहा है, जिस पर मंदिर समिति का कहना है कि इन सारे विषयों पर मंदिर समिति एक सख्त कदम उठाने जा रहा है.
बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष का कहना है कि केदारनाथ धाम में ली गई कुत्ते की इस ताजा वीडियो का परीक्षण किया जा रहा है. अगर यह सही पाया गया तो इस पर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, इस तरह के विषय जब तक कोई मजबूत कदम नहीं उठाया जाएगा, तब तक आते रहेंगे. लिहाजा, माना जा रहा है कि मंदिर समिति सरकार से इन स्थानों पर यूट्यूबर्स और ब्लॉगर्स को प्रतिबंधित करने की मांग कर सकती है.