इस बार ईद उल फितर की नमाज सामूहिक रूप से पढ़ी गई और मुल्क की अमन शांति के लिए दुआ मांगी गई. उन्होंने कहा कि यह मौका जीवन में बार-बार आए और आपसी भाईचारा हमेशा बना रहे.
Trending Photos
देवेंद्र वर्मा/नाहन: रमजान का महीना मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए पवित्र महीना माना जाता है. इसके बाद आने वाली ईद 'ईद उल फितर' के नाम से मनाई जाती है. ईद के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग सामूहिक रूप से ईद की नमाज अदा करते हैं. कोविड-19 के कारण 2 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद इस बार ईद उल फितर की नमाज नाहन के ईदगाह में पढ़ी गई. ईद की नमाज कच्चा टैंक स्थित जामा मस्जिद के मौलवी अब्दुल रऊफ ने अदा करवाई. इस दौरान मुल्क की अमन शांति के लिए दुआ मांगी गई.
ये भी पढ़े- World Press Freedom Day: पहली बार कब मनाया गया यह दिन, क्या है इसे मनाने का उद्देश्य?
प्रशासन का किया था सहयोग
मौलाना अब्दुल रऊफ ने कहा कि पिछले 2 वर्षों से कोरोना के कारण मुस्लिम समुदाय के लोगों ने देश और प्रशासन को सहयोग करते हुए ईद की नमाज अपने घरों से ही अदा की थी, लेकिन अब लंबे अंतराल के बाद बंदिशें हटने के बाद इस बार ईद उल फितर की नमाज सामूहिक रूप से पढ़ी गई और मुल्क की अमन शांति के लिए दुआ मांगी गई. उन्होंने कहा कि यह मौका जीवन में बार-बार आए और आपसी भाईचारा हमेशा बना रहे. ईद के इस पावन मौके पर लोगों ने एक दूसरे के गले लग कर ईद की मुबारकबाद दी.
WATCH LIVE TV