Martyrs' Day: महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि: शहीद दिवस मनाने के पीछे का इतिहास
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Martyrs' Day: महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि: शहीद दिवस मनाने के पीछे का इतिहास

Martyrs' Day- यह बात सभी जानते हैं कि महात्मा गांधी ने भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए शांतिपूर्ण और अहिंसक तरीकों का इस्तेमाल किया.

 

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चंडीगढ़- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 74वीं पुण्यतिथि है.  शहीद दिवस को सर्वोदय दिवस के रूप में भी जाना जाता है.  महात्मा गांधी, जिन्हें प्यार से पूरा देश गांधीजी कहकर पुकारता हैं. गांधीजी को बापू के नाम से जाना जाता हैं.

पूरे देश में 30 जनवरी को शहीद दिवस मनाया जाता हैं. जिन्होंने भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी, उन्हें आज के दिन पूरा देश श्रद्धांजलि देता हैं. 

1948 में, यह दिन राष्ट्र का सबसे दुखद दिन था क्योंकि गांधीजी, यानी हमारे बापू इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह गए थे. उनकी हत्या नाथूराम गोडसे ने बिड़ला हाउस में गांधी स्मृति में शाम की प्रार्थना के दौरान की थी.

यह बात सभी जानते हैं कि महात्मा गांधी ने भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए शांतिपूर्ण और अहिंसक तरीकों का इस्तेमाल किया.

1947 में भारत को स्वतंत्रता मिली जिसके बाद गांधी जी ने देश में भाईचारे और शांति को बढ़ावा दिया.  30 जनवरी को महात्मा गांधी की मृत्यु हुई, भारत सरकार ने घोषणा की कि इस दिन शहीद दिवस के रूप में मनाया जाएगा.

शहीद दिवस 2022: शहीद दिवस कैसे मनाया जाता है?

इस दिन, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और रक्षा मंत्री एक साथ राज घाट स्मारक पर महात्मा गांधी की समाधि पर इकट्ठा होते हैं और भारतीय शहीदों और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हैं.भारतीय शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखते हैं.  केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार, भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वालों को याद करते हुए पूरे देश में सुबह 11 बजे दो मिनट का मौन रखा जाता हैं.

कई स्कूल इस दिन समारोह आयोजित करते हैं जिसमें छात्र देशभक्ति के गीत गाते हैं और नाटक करते हैं। शहीद दिवस 23 मार्च को भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर के बलिदान को याद करने के लिए भी मनाया जाता है.

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