कर्नाटक के होन्नाली गांव से ताल्लुक रखने वाली तुलसी गौड़ा 12 साल की उम्र से लेकर अब तक 30 हजार से भी ज्यादा पौधे रोप चुकी हैं. पर्यावरण के संरक्षण में उनके अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
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नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने सोमवार को कुल 119 लोगों को पद्म पुरस्कार (Padma Award) दिए गए. इनमें से 10 लोगों को पद्म भूषण, 7 को पद्म विभूषण और 102 लोगों को पद्मश्री से सम्मानित किया गया. पद्मश्री पाने वालों में कर्नाटक की 72 वर्षीय पर्यावरणविद तुलसी गौड़ा (Tulsi Gowda) का पीएम नरेंद्र मोदी समेत अन्य अतिथियों को अभिवादन करते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
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इस फोटो में पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह उन्हें हाथ जोड़कर नमस्कार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने भी तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर की है. ट्विटर पर कई लोगों ने यह फोटो 'इमेज ऑफ द डे' कैप्शन के साथ शेयर की है.एक अन्य फोटो में पीएम मोदी (PM Narendra Modi) इस ग्रामीण पर्यावरणविद का हाथ थामे उनसे बात करते देखे जा सकते हैं.
Picture of the Day #PadmaAwards #PeoplesPadma #NewIndia pic.twitter.com/MduYMy60Up
— Rajeev Chandrasekhar (@Rajeev_GoI) November 8, 2021
दिखावे से कोसों दूर जब तुलसी गौड़ा नंगे पैर राष्ट्रपति से अवार्ड लेने पहुंचीं तो उनके सादगी के सामने हर चीज बौनी नजर आई.
कर्नाटक के होन्नाली गांव से ताल्लुक रखने वाली तुलसी गौड़ा का जन्म बेहद गरीब परिवार में हुआ था, जब वह 2 साल की थीं तो उनके पिता का निधन हो गया. खेलने-कूदने की उम्र में तुलसी ने अपनी मां के साथ स्थानीय नर्सरी में काम शुरू कर दिया और फिर काफी कम उम्र में शादी हो गई. सरकारी नर्सरी में करीब 30 साल काम करने के बाद उन्हें स्थायी नौकरी दी गई. 15 वर्ष और सेवा देने के बाद 70 साल की उम्र में वह सेवानिवृत्त हो गईं.
अपनी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं कारण वे कभी स्कूल नहीं गईं, लेकिन पौधों और जड़ी-बूटियों के ज्ञान के चलते उन्हें इन्साइक्लोपीडिया ऑफ फॉरेस्ट कहा जाता है. 12 साल की उम्र से वे अब तक 30 हजार से भी ज्यादा पौधे रोप चुकी हैं. पर्यावरण के संरक्षण में उनके अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया.