कार का सपना पूरा करना अब ज्यादा मुश्किल नहीं रहा। इसकी बड़ी वजह है पुरानी कारों का बढ़ता हुआ मार्केट। लेकिन सिर्फ हैशबैक और सिडान कारें ही नहीं, अब नई लग्जरी कारों की जगह कस्टमर्स इसी सेगमेंट की सेकंड हैंड यानी पुरानी कारों को खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। दरअसल, लग्जरी कारों का ट्रेंड लगातार बढ़ रहा है, लेकिन बचत करना किसे बुरा लगता है। यही वजह है कि अब करोड़ों की कार खरीदने वाला एलीट क्लास भी पुरानी कारों की ओर रुख रहा है। एक तरफ जहां सेकंड हैंड कार खरीदने से लाखों रुपये की बचत होती है तो, वहीं कम पैसों में ही महंगा शौक भी पूरा होता है। हम आपको आज लग्जरी कार के कुछ वेरियेंट दिखा रहे हैं। जि