Azamgarh के समुंदपुर गांव में गोवर्धन यादव ने मुस्लिम शख्स अब्दुल मन्नान के साथ बेरहमी से मारपीट कर उसे थूक चाटने पर मजबूर किया. घटना का वीडियो वायरल, पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू की है.
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Azamgarh News: उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ से इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है. जहां, समुंदपुर गांव में गोवर्धन यादव ने एक मुस्लिम शख्स के साथ न सिर्फ बेरहमी से मारपीट की, बल्कि उसे जमीन पर गिराकर थूक चाटने के लिए मजबूर किया. इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने हर किसी को बेचैन कर दिया है. सवाल उठ रहे हैं, आखिर इंसानियत इस हद तक कैसे गिर सकती है?
दरअसल, 24 अप्रैल को आज़मगढ़ के समुंदपुर गांव में गोवर्धन यादव ने अब्दुल मन्नान की बेरहमी से पिटाई की और उसे अपना थूक चाटने के लिए मजबूर किया. आरोपियों ने अब्दुल मन्नान का वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि आरोपी गोवर्धन यादव अब्दुल मन्नान को गाली दे रहा है और उसे थूक चाटने पर मजबूर कर रहा है. साथ ही वीडियो में देखा जा सकता है कि अब्दुल मन्नान गंभीर रूप से जख्मी है.
यूपी: मुस्लिम युवक को पहले लात घूंसो से जमकर पीटा गया और जब मन नहीं भरा तो उसे थूक भी चटवाया!
24 अप्रैल को आजमगढ़ के समुंदपुर गांव में गोवर्धन यादव ने अब्दुल मन्नान की बेरहमी से पिटाई की और उसे थूक चाटने पर मजबूर किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की। pic.twitter.com/trZ1V3oWWI
— Muslim Spaces (@MuslimSpaces) April 29, 2025
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
पुलिस के मुताबिक, आज़मगढ़ के जीयनपुर थाना में पीड़ित अब्दुल मन्नान ने गोवर्धन यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. मुल्जिम पर मारपीट, गाली-गलौज और अमानवीय व्यवहार करने का इल्जाम लगा है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि जल्दी ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
— AZAMGARH POLICE (@azamgarhpolice) April 24, 2025
रोजाना वायरल हो रहा है वीडियो
सोशल मीडिया पर गुंडों द्वारा किए गए अत्याचारों के हर रोज़ नए-नए वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देखकर आम नागरिक सहम जाते हैं. कभी सड़कों पर राहगीरों को घेरकर पीटा जाता है, तो कभी धर्म या पहनावे को लेकर अभद्रता देखने को मिलती है. इन घटनाओं में बेगुनाह लोग बेबस होते हैं और उन्हें पुलिस से मदद नहीं मिल पाती, जिससे सामाजिक असुरक्षा की भावना गहराती जा रही है.