Al Aqsa Friday Prayer: अल अक्सा मस्जिद में जुमा की नमाज पढ़ने के लिए भारी तादाद में लोग पहुंचे थे. वेस्ट बैंक से भी लोगों ने कई घंटो के सफर के बाद मस्जिद में शिरकत की थी. पूरी खबर पढ़ें.
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Al Aqsa Friday Prayer: रमजान के पहले जुमे की नमाज में लगभग 90,000 फिलिस्तीनियों ने इजरायली बलों की कड़ी सुरक्षा के बीच यरुशलम के पुराने शहर में अल-अक्सा मस्जिद कैंपस में नमाज अदा की है. इजराइल के जरिए 55 साल से ज्यादा उम्र वाले पुरुषों और 50 साल से ज्यादा उम्र वाली औरतों को नमाज पढ़ने की इजाजत दी गई थी. काफी लोग वेस्ट बैंक से अल अक्सा में नमाज अदा करने के लिए आए थे.
पिछले कुछ हफ़्तों में वेस्ट बैंक पर उग्रवादियों पर इज़रायली हमलों की वजह से तनाव बढ़ गया है. लेकिन, शुक्रवार को तनाव का कोई तत्काल संकेत नहीं मिला है. यह लगभग एक साल पहले रमजान के बाद से फिलिस्तीनियों के लिए कब्जे वाले येरुशलम में एंट्री करने का पहला मौका था, जब इजरायल ने भी इसी प्रकार के प्रतिबंधों के तहत अदीकदमंदों की एंट्री को रोक दिया था.

अक्टूबर 2023 में इजरायल-हमास के बीच जंग छिड़ने के बाद से, इजरायल सरकार ने वेस्ट बैंक पर रहने वाले फिलिस्तीनियों को यरुशलम जाने या इजरायल आने से रोका हुआ है. पिछले रमजान में जंग जारी थी, लेकिन इस बार जनवरी के बीच से सीजफायर लागू है. गाजा में भी, हजारों लोग शुक्रवार की नमाज के लिए एक मस्जिद के टूटे हुए कंक्रीट ढांचे में इकट्ठा हुए, जिसे लड़ाई के दौरान इजरायली सेना के जरए भारी नुकसान पहुंचाया गया था.
यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद में नमाज पढ़ने आए, नफ़ेज़ अबू सकर ने कहा कि वह सुबह 7 बजे उत्तरी पश्चिमी तट के अकरबा गांव में अपने घर से निकले, और यरुशलम पहुंचने के लिए इज़राइली चौकियों से 45 किलोमीटर के सफर करने में उन्हें तीन घंटे लगे. उन्होंने कहा, "अगर वेस्ट बैंक के लोगों को आने की इजाजत दी जाएगी, तो सभी शहरों, गांवों और शिविरों से लोग नमाज पढ़ने के लिए अल-अक्सा आएंगे."
अकरबा के ही एज़ात अबू लकिया ने कहा, "यहां नमाज़ पढ़ने का सवाब 500 नमाज़ है - भले ही यहां पहुंचना मुश्किल हो. इससे खुदा की तरफ़ से बहुत बड़ा सवाब मिलता है." इस्लामिक ट्रस्ट अल-अक्सा परिसर की देखरेख करता है और उसने कहा कि नमाज़ में 90,000 लोग शामिल हुए थे.
इज़राइली पुलिस ने कहा कि उसने इलाके के आसपास हज़ारों अतिरिक्त अधिकारियों को तैनात किया था. कैंपस और यरुशलम के पुराने शहर के आस-पास का इलाका अतीत में फ़िलिस्तीनियों और इज़रायली पुलिस के बीच झड़पों का अहम हिस्सा रहा है.