Israel hamas Talks on Ceasefire: इजरायल और हमास के दरमियान संघर्ष जारी है. दोनों के दरमियान संघर्ष विराम कराने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं बन सकी. अब एक बार फिर मिस्र, कतर और अमेरिका दोनों के दरमियान संघर्ष विराम कराने की कोशिश कर रहे हैं. इजरायल संघर्ष की शर्तों को जानने के बाद हमास से बातचीत के लिय राजी हो गया है. 


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बातचीत के लिए राजी
इजराइल के सरकारी स्वामित्व वाले कान टीवी ने शनिवार को बताया कि इजराइल मिस्र, कतर और अमेरिका की मध्यस्थता से अगले हफ्ते बंधक समझौते पर हमास के साथ बातचीत फिर से शुरू करने पर सहमत हो गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को पेरिस में एक बैठक में इजरायली मोसाद खुफिया एजेंसी के प्रमुख डेविड बार्निया ने यूएस सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के निदेशक विलियम बर्न्स, और कतरी प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी  के सामने इजरायली युद्ध कैबिनेट की तरफ से अनुमोदित एक नया प्रस्ताव पेश किया. 


वापस लौटे थे विलियम बर्न्स
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सरकार के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर तस्दीक की कि पेरिस में विलियम बर्न्स और शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी के साथ मुलाकात के बाद बार्निया शनिवार सुबह इजरायल लौट आए थे.


रद्द हो गई पिछली वार्ता
अधिकारी ने सिन्हुआ को बताया कि तीनों अधिकारियों ने संयुक्त राज्य अमेरिका की भागीदारी के साथ मिस्र और कतर द्वारा रखे गए नए प्रस्तावों के तहत अगले हफ्ते बातचीत जारी रखने के आधार पर चर्चा की. कान टीवी ने बताया कि बर्न्स ने उन विवादास्पद मुद्दों के संभावित समाधान की पेशकश की थी, जिन्होंने पिछली वार्ता को रोक दिया था. बर्न्स ने कहा कि आगामी वार्ता का नेतृत्व मिस्र और कतर करेंगे, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका की सक्रिय भागीदारी होगी. गाजा पट्टी में संघर्ष विराम वार्ता का पिछला दौर, जो मिस्र में हुआ था, इस महीने की शुरुआत में विफल हो गया था.


क्या है मामला?
आपको बदा दें कि बीते साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 लोग मारे गए थे और 250 लोग बंधक बनाए गए थे. इसके बाद इजरायल ने हमास वाले इलाके गाजा पर हमले करने शुरू किए. इन हमलों में अब तक 35 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं. गाजा में भुखमरी है. लोग खाने और पानी को तरस रहे हैं. यह जंग अभी भी जारी है. ऐसे में कई देश दोनों इजरायल और हमास के दरमियान संघर्षविराम कराना चाहते हैं.