Ajmer Dargah: अजमेर दरगाह को लेकर हिंदू सेना के चीफ विष्णु गुप्ता ने एक एप्लीकेशन दायर की है. जिसमें दरगाह के एक हिस्से में सीसीटीवी लगाने की बात की गई है. विष्णु गुप्ता का कहना है कि उन्हें डर है कि वहां से सबूतों को मिटाया जा सकता है.
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Ajmer Dargah: अजमेर शरीफ दरगाह को लेकर एक बार फिर हिन्दू सेना की तरफ से अदालत का रुख किया गया है. जिसमे हिन्दू सेना के कौमी सद्र विष्णु गुप्ता ने कोर्ट में एक एप्लिकेशन दायर की है. जिसमे अदालत से मुतालबा किया गया है कि हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के उस एरिया में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए जहा उन्होंने ग़ैर इस्लामी मकाम यानी मंदिर होने का दावा किया है.
गुप्ता ने कहा कि उन्हें शक है कि दरगाह आहते में तोड़ फोड़ चल रहा है, उसकी आड़ में दरगाह कमेटी हमारे सबूत मिटा सकती है. इस मामले में सिविल कोर्ट जज मनमोहन चंदेल की अदालत में अब 17 अक्टूबर 2025 को सुनवाई होगी.
गुप्ता ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि हमने अदालत में एक एप्लीकेशन दायर की है, जिसमें हमने मांग की है कि जिस नीचे के एरिया में हमने दावा किया है, जहां भगवान शिव के चित्र हैं, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और इस एरिया को सील कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि वहां कई ऐसे सबूत है जिन्हें मिटाया जा सकता है.
उन्होंने आगे जानकारी दी कि इस एप्लीकेशन पर 17 अक्टूबर 2025 पर सुवनाई होगी. इस दौरान मैं वहीं मौजूद रहूंगा और हमारी अदालत से सिर्फ यही मांग रहेगी कि उस इलाके को सील किया जाए और वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए. बता दें, अजमेर की दरगाह पर दावा किया गया है कि पहले वहां कभी शिव मंदिर था. ये दावा हिंदू सेना के चीफ विष्णु गुप्ता के जरिए किया गया है.
अजमेर दरगाह पर भारत ही नहीं दूसरे देशों के लोगों का भी अकीदा है. हिंदू और मुसलमान दोनों ही इस दरगाह पर ज़ियारत के लिए आते हैं. यहां तक कि पाकिस्तान से भी हर साल उर्स के मौके पर यहां चादर आती है.