I Love Muhammad Bareilly Violence: बरेली में I Love Muhammad पर हुई हिंसा के बाद कथित मुल्जिमों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. बरेली हिंसा मामले में अब तक 170 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्तियां सील की गई हैं. वहीं, दूसरी ओर बुलडोजर एक्शन भी जारी है. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
Trending Photos
)
I Love Muhammad Bareilly Violence: उत्तर प्रदेश के बरेली में I Love Muhammad के पोस्टर के साथ प्रदर्शन को लेकर (26 सितंबर) को हिंसा हुई थी. इस हिंसा के बाद पुलिस मुल्जिमों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. अब तक 170 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्तियों को सील किया जा चुका है. इन संपत्तियों में ज्यादातर मौलाना तौकीर रज़ा और उनके करीबी नफीस की है. मौलाना तौकीर को बरेली हिंसा मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बरेली हिंसा मामले में अब पुलिस प्रशासन द्वारा हिंसा के आरोपियों के खिलाफ दूसरे चरण की कार्रवाई शुरू की जाएगी. मुल्जिमों की संपत्तियों का नक्शा स्वीकृत न होने या शर्तों के उल्लंघन पाए जाने पर प्रशासन द्वारा नोटिस जारी करके उन संपत्तियों को सील भी किया जा सकता है.
बरेली हिंसा के बाद स्थानीय पुलिस और बरेली डेवलपमेंट अथॉरिटी संयुक्त रूप से मुल्जिमों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. वहीं, बरेली डेवलपमेंट अथॉरिटी का कहना है कि वह कानून के उल्लंघन और अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. बरेली हिंसा के मुल्जिमों और उनके मददगारों की संपत्तियों को सूची में शामिल कर उनके रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं.
इस जांच प्रक्रिया में लगभग 150 संपत्तियों को चिंहित किया गया है, जो नियमों का उल्लंघन करके बनाई गई है. इसमें कई मैरिज हॉल, होटल, दो मंजिला मकान और आवासीय भवन ऐसे हैं, जो नक्शे की शर्तों के खिलाफ पाए गए हैं. हालांकि, अभी इनकी सूची सार्वजनिक नहीं की गई है. जिला प्रशासन कार्रवाई के दौरान इसकी जानकारी देगा.
वहीं, बरेली पुलिस 26 सितंबर को बरेली शहर में हुई हिंसा के 12 मुल्जिमों पर इनाम घोषित करने की तैयारी कर रही है. बरेली पुलिस की टीमें बरेली हिंसा मामले में फरार मुल्जिमों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही हैं. बरेली हिंसा से जुड़े मामलों की जांच में पुलिस को पता चला है कि एहसानुल हक चतुर्वेदी और साजिद तकलिनी समेत 12 लोगों ने भीड़ जुटाने में कथित रूप से अहम भूमिका निभाई थी. इन लोगों ने हिंसा से पहले एक बैठक भी की थी. दंगे के बाद से ये सभी मुल्जिम अपने घरों से फरार हैं. पुलिस द्वारा इन 12 आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए हैं.