Delhi: रमजान के महीने में उत्तर पूर्वी जिले के सुभाष मोहल्ले के उत्तरी घोंडा गली नंबर 1 रहने वाले मुसलमान पैसे इकट्ठे करके गली में रोशनी के लिए लाइटें खरीदीं और गली में लगाईं ताकि रमजान के महीने में गली में आने-जाने में किसी को कोई परेशानी न हो.
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Delhi: देश की राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले के सुभाष मोहल्ले के उत्तरी घोंडा गली नंबर 1 (पीरवाली) में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रमजान के महीने में गली में लाइटें लगवाई थीं. जब यह मामला सुभाष नगर पार्षद के पति आशीष पुनिया पास पहुंचा तो पार्षद के पति ने सभी लाइटें तोड़ दीं और स्थानीय मुसलमानों से बदसलूकी और धमकी दी, जिसके बाद इस गली में रहने वाले सभी मुसलमान असुरक्षित महसूस करने लगे और उन्होंने अपने मकान बेचने का ऐलान कर दिया. इस घोषणा के बाद पुलिस हरकत में आई और दोनों पक्षों को बुलाकर शांति समझौता करवाया, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मकान बेचने की घोषणा वापस ले ली.
क्या है पूरा मामला
उत्तरी घोंडू के इस ब्लॉक में 30 से 40 मुस्लिम घर हैं. रमजान के महीने में सभी लोगों ने पैसे इकट्ठे करके गली में रोशनी के लिए लाइटें खरीदीं और गली में लगाईं ताकि रमजान के महीने में गली में आने-जाने में किसी को कोई परेशानी न हो. जब यह खबर पार्षद के पति आशीष पुनिया तक पहुंची तो पार्षद के पति अपने समर्थकों के साथ मुस्लिम मोहल्ले में पहुंचे और गली में लगी सभी लाइटें तोड़ दीं और धमकी दी कि ये लाइटें तुम्हारे बाप की नहीं हैं और अगर लाइटें लगानी हैं तो अपने घरों में लगाओ.
ऐसे लोगों का हो बहिष्कार- स्थानीय
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि हिंदू-मुस्लिम समाज के सभ्य और न्यायप्रिय जिम्मेदार लोगों द्वारा ऐसे असामाजिक तत्वों का बहिष्कार किया जाना चाहिए ताकि हिंदू-मुस्लिम एकता और आपसी भाईचारे की जड़ें मजबूत हो सकें. मुहम्मद दानस्ताद का कहना है कि गली के लोगों ने पैसे इकट्ठा करके रमजान मुबारक ईद-उल-फितर के मद्देनजर गली में अंधेरा करने के लिए स्ट्रीट लाइट, झालर और लाइटें लगवाई थीं, जिन्हें भाजपा पार्षद निशा पुनिया के पति ने तोड़ दिया.
पार्षद के पति पर गंभीर इल्जाम
उनका कहना है कि थाना प्रभारी ने पीड़ितों और पार्षद के पति को डरा धमकाकर एक दूसरे से मिलवाया है. उन्होंने भविष्य के लिए चेतावनी दी है कि अगर किसी ने गुंडागर्दी बर्दाश्त की और माहौल खराब करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसका दोनों पक्षों के लोगों ने स्वागत किया है.
दिल्ली के इस इलाके से पलायन पर मजबूर क्यों है मुसलमान
एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि पार्षद के पति आशीष पुनिया ने स्लिम समुदाय में अपना दबदबा दिखाते हुए मर्यादा को तोड़ा है और धमकी दी है कि अगर यहां रहना है तो जय श्री राम बोलना पड़ेगा. इसके बाद स्थानीय लोगों ने हंगामा किया और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बच्चे और वहां मौजूद लोग हाथों में कागज का टुकड़ा लेकर विरोध कर रहे थे, जिस पर लिखा था, हमारा मकान बिकाऊ है.