ED CBI IT raids on Muslim meat traders in UP: उत्तर प्रदेश मुस्लिम मीट कारोबारियों पर सोमवार सुबह से शुरू ही अचानक कार्रवाई से हड़कंप मच गया. इस कार्रवाई को लेकर कई तरह के सवाल खड़ने होने लगे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, इनकम टैक्स और जीएसटी विभाग की कार्रवा प्रदेश के अलग-अलग जिलों में की जा रही है.
Trending Photos
)
Uttar Pradesh News Today: उत्तर प्रदेश में मुस्लिम मीट कारोबारियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है. बताया जा रहा है कि सोमवार (13 अक्टूबर) को तड़के सुबह ईडी, आईटी और सीबीआई की टीमों ने मीट कारोबारियों के ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की है. छापेमारी की कार्रवाई संभल, बरेली और हापुड़ जिले में की गई है. अचनाक हुई इस कार्रवाई को लेकर मुस्लिम कारोबारी सकते में आ गए.
दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस अभियान में ईडी, आईटी और सीबीआई अफसरों के साथ करीब 200 कर्मचारियों की टीमें शामिल हैं. सुरक्षा के लिए पीएसी को भी तैनात किया गया है. संभल में आयकर विभाग की टीम हाजी इमरान और हाजी इरफान के घर और फैक्ट्री पर पहुंची. हाजी इरफान इंडिया फ्रोजन फूड कंपनी के मालिक हैं, जिनका कारोबार करीब एक हजार करोड़ रुपये का बताया जा रहा है. टीम ने कंपनी से जुड़े चार बड़े अधिकारियों के घरों पर भी छापेमारी की है.
बरेली में टीम ने मशहूर मीट कारोबारी शकील कुरैशी की कंपनी मार्या फ्रोजन पर छापा मारा. संभल में जिस बिल्डिंग में इंडिया फ्रोजन चलती है, उसके मालिक भी शकील कुरैशी ही हैं. उन्होंने करीब 2003 में कारोबार की शुरुआत की थी. उनके ग्रुप की कंपनियां मिडिल ईस्ट, एशिया-पैसिफिक और अफ्रीकी देशों में अपने प्रोडक्ट्स सप्लाई करती हैं. बरेली में मारिया एग्रो फूड की रहबर फूड इंडस्ट्री पर इनकम टैक्स और जीएसटी की संयुक्त कार्रवाई.
हापुड़ में मीट कारोबारी हाजी यासीन के घर और ऑफिस पर भी छापेमारी की जा रही है. उनकी फैक्ट्री गाजियाबाद में है. इसके साथ ही दाना कारोबारी असलम कुरैशी और वकील नितिन गर्ग के ठिकानों पर भी टीम पहुंची है. बताया जा रहा है कि यह दोनों हाजी यासीन की कंपनी से जुड़े हुए हैं. हापुड़ में आवास विकास कॉलोनी, श्रीनगर और अन्य तीन स्थानों पर भी छापेमारी की गई है.
छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने कंपनी परिसर में मौजूद किसी भी कर्मचारी को बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी. वहीं, जो कर्मचारी बाहर थे, उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया. इनकम टैक्स और जीएसटी विभाग की कार्रवाई के दौरान अधिकारी भी उहापोह की स्थिति में दिखाई पड़े. टीम ने सभी के मोबाइल फोन, कंप्यूटर, दस्तावेज और रजिस्टर जब्त कर लिए हैं. जांच अभी भी जारी है और माना जा रहा है कि कार्रवाई देर रात तक चल सकती है.
बता दें, इससे पहले हाजी शकील कुरैशी के ठिकानों पर दिसंबर 2022 में भी आयकर विभाग ने छापा मारा था. उस समय बरेली और कानपुर में एक साथ की गई इस कार्रवाई के दौरान कई अहम दस्तावेज बरामद करने का दावा किया गया था. हालांकि, कंपनी ने तब इसे नियमित जांच बताया था और किसी तरह की अनियमितता से इनकार किया था.
मिली जानकारी के मुताबिक, इस बार की छापेमारी में दिल्ली, लखनऊ और मुरादाबाद की टीमें भी शामिल हैं. संभल में जांच टीमें तड़के सुबह 4 बजे पहुंची थी, जबकि बरेली में छापामारी सुबह 7 बजे शुरू हुई. स्थानीय पुलिस और पीएसी के सहयोग से टीमों ने अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की.
मुस्लिम मीट कारोबारियों पर हो रही कार्रवाई को लेकर फिलहाल आयकर विभाग की ओर से ऑफिशियल बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों और डिजिटल रिकॉर्ड की गहन जांच की जाएगी.
यह भी पढ़ें: पड़ोसी ने पीट-पीटकर मोहम्मद उमर को उतारा मौत के घाट, पुलिस ने योगेश और समीर को किया गिरफ्तार