Aligarh News: सोशल मीडिया पर हिंदू लड़की द्वारा मुस्लिम लड़के के साथ शादी करने के बाद 'दावत ए वलीमा' का कार्ड वायरल हो रहा है. इसके विरोध में अलीगढ़ में कुछ धर्म के ठेकेदारों में सड़कों पर धरना-प्रदर्शन किया. उन्होंने इस दावत ए वलीमा को नहीं करने की धमकी भी दी है.
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Aligarh Hindu Muslim Marriage: अलीगढ़ में एक हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के ने शादी के बाद लोगों को वलीमा की दावत दी. इसके लिए उन्होंने बाकायदा कार्ड छपवाया. देखते ही देखते कार्ड काफी तेजी से वायरल हो गया. जब सोशल मीडिया पर कार्ड वायरल हुआ तो इसके विरोध में धर्म के ठेकेदार सड़कों पर उतर गए. उनलोगों ने जमकर इस 'दावत-ए-वलीमा' का विरोध किया और शहर का माहौल खराब करने की धमकी दी.
होटल में तोड़फोड़ की धमकी
हिंदुवादी संगठनों ने इसके खिलाफ विरोध मार्च निकालकर कलेक्ट्रेट में एडीएम सिटी को ज्ञापन सौंपा और कार्यक्रम को बंद करवाने की धमकी दी. उन्होंने कहा कि अगर ये प्रोग्राम बंद नहीं होगा तो इसका अंजाम काफी खराब हो सकता है और साथ ही शहर का माहौल भी बिगड़ सकता है. उन्होंने आगे कहा कि इन तमाम चीजों के लिए जिला प्रशासन और होटल मालिक जिम्मेदार होंगे.
21 दिसंबर को दावत-ए-वलीमा
कार्ड के मुताबिक 21 दिसंबर को दावत-ए-वलीमा का कार्यक्रम होना है. इस मामले में पूर्व महापौर शकुंतला भारती ने कहा कि यह प्रोग्राम किसी भी कीमत पर नहीं होना चाहिए. हमलोग 21 तारीख को कार्यक्रम का विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि होटल मालिक इस कार्यक्रम को कैंसिल कर दें. वरना अंजाम बहुत बुरा होगा. इसलिए हम पहले ही एडीएम सिटी को ज्ञापन देकर अवगत करा रहे हैं.
करणी सेना ने दी धमकी
वहीं इस मामले में अखिल भारतीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठा. ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि "दावत ए वलीमा के नाम पर एक लव जिहाद के मामले का खुलकर आयोजन किया जा रहा है." लेकिन इस आयोजन को हम किसी भी कीमत पर अलीगढ़ में नहीं होने देंगे. चाहे हमें होटल में घुसकर तोड़फोड़ करनी पड़े या प्रशासन को चुनौती देनी पड़े. हम किसी भी कीमत पर अपना कदम पीछे नहीं हटाएंगे.
शहर में नहीं होने देंगे दावत-ए-वलीमा
इस मामले में बजरंग बल के संयोजक गौरव शर्मा ने कहा कि एक सोशल मीडिया पर हिंदू युवती द्वारा गैर समुदाय के युवक के साथ शादी करने का कार्ड वायरल हुआ है. युवक-युवती ने शादी पहले ही कर ली है. अब 1 साल बाद कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन से संवेदनशील शहर की शांति व्यवस्था को पलीता लगाने का काम किया जा रहा है. दो बालिगों द्वारा शादी कर ली गयी है, जिसकी संविधान भी इजाजत देता है. हम इसका विरोध नहीं कर रहे हैं. हम संविधान को मानने वाले लोग हैं. लेकिन इस प्रकार का आयोजन होने से शहर की शांति व्यवस्था को पलीता लगेगा. यह लोग इस प्रकार का आयोजन कहीं भी करें. दुनिया के किसी भी कोने में हो, हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं, लेकिन इस आयोजन को हमलोग अलीगढ़ में नहीं होने देंगे.