Hyderabad Suicide Case: हैदराबाद से घरेलू हिंसा का एक खौफनाक मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने ससुराल वालों की मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड कर लिया है. इस घटना ने इलाके के लोगों को झकझोर कर रख दिया है. फिलहाल इस मामले में मेहदीपटनम पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है.
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Hyderabad News Today: हैदराबाद से घरेलू हिंसा का एक खौफनाक मामला सामने आया है, जिसकी वजह से एक महिला ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली. बताया जा रहा है कि पीड़िता को उसके ससुराल वालों के जरिये लगातार कथित तौर पर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. इससे तंग आकर 28 साल की महिला ने बुधवार (15 अक्टूबर) को अपने मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया.
मिली जानकारी के मुताबिक, सानिया सुल्ताना नाम की महिला की शादी मोहम्मद मतीन नाम के शख्स से हुई थी. वह हैदराबाद के करवान के सब्जी मंडी इलाके की निवासी है. सानिया सुल्ताना को लगातार उसके ससुराल वाले प्रताड़ित कर रहे थे और पिछले 6 महीनों से अपने मायके रह रही थी.
सियासत में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में सानिया अपने ससुराल आई थी, लेकिन वहां पीड़िता को ससुराल वालों ने गालियां दी और धमकी दी कि वह फिर कभी यहां न आए. लगातार हिंसा और मानसकि उत्पीड़न से तंग आकर सानिया ने खुद को अपने बेडरूम में बंद कर लिया. जब वह काफी देर तक बाहर नहीं निकली तो घर वालों ने दरवाजा खटखटाया, देखने पर पता चला कि पीड़िता ने छत के पंखे से खुद को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के विजय नगर कॉलोनी डिवीजन के कॉर्पोरेटर डॉ. मोहम्मद कासिम ने मृतक महिला के परिवार से मुलाकात की और इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया. उनकी पहल पर मेहदीपटनम पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है. सानिया के शव को पोस्टमार्टम के लिए उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल भेजा गया है.
यह पहली घटना नहीं है, जब किसी महिला ने घरेलू हिंसा और मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड कर लिया हो. NCRB के 2023 के डेटा के मुताबिक, भारत में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाओं में लगातार इजाफा दर्ज किया जा रहा है. घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना और मानसिक उत्पीड़न जैसी घटनाएं बड़ी संख्या में दर्ज की जाती हैं. घरेलू हिंसा के मामलों में अधिकांश पीड़ित महिलाएं अपने ससुराल या पति के घर में लंबे समय तक प्रताड़ना झेलती हैं. इस तरह की घटनाओं में अकेली महिलाएं या विवाहित महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं.
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