JMI Semester Result: जामिया मिल्लिया इस्लामिया सैकड़ों कोर्सेज के रिजल्ट में हो रही देरी से छात्र परेशान हैं. जबकि दूसरी तरफ यूनिवर्सिटि प्रशासन ने रिजल्ट में देरी के लिए NEP से जुड़ी मार्किंग से जुड़ी जटिलताओं से परेशान है. छात्रों ने प्रशासन से जल्द रिजल्ट जारी करने की मांग की है.
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New Delhi News Today: देश की सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने बीते साल दिसंबर माह में आयोजित सेमेस्टर एग्जाम का रिजल्ट अब तक जारी नहीं किया है. रिजल्ट में देरी की वजह से सैकड़ों कोर्सेज में पढ़ने वाले छात्र परेशान हैं. रिजल्ट को लेकर अनिश्चितता बरकरार होने और यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल मार्कशीट न होने की वजह से छात्र-छात्राओं को फ्रीलांसिंग नौकरी और इंटर्नशिप करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
दूसरी तरफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया के अधिकारियों की तरफ से कहा गया है कि यूनिवर्सिटी में संचालित किए जा रहे 481 कोर्सेज में से 382 के रिजल्ट जारी किए जा चुके हैं, जबकि 99 कोर्सेज के रिजल्ट अभी भी जारी नहीं किए गये हैं. अधिकारियों ने बताया कि 62 कोर्सेज के नतीजों को जारी करने में इसलिए देरी हो रही है, क्योंकि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के मार्किंग के नियमों में कुछ दिक्कतें आ रही हैं.
इन कोर्सेज के छात्र- छात्राएं रिजल्ट का शिद्दत से इंतजार कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने बताया कि बीते कई दिनों से हमें दिलासा दिया जा रहा है कि रिजल्ट आज या कल आ जाएगा, लेकिन अभी तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया है. छात्रों के मुताबिक, अगर रिजल्ट आ जाता है तो कम से हमें यह तो पता चलता कि हम कहां खड़े हैं. हम लोग कितने विषय में फेल या पास हुए हैं. बीए पर्शियन की छात्रा हबीबा कादरी भी रिजल्ट में देरी से नाराज हैं.
हबीबा कादरी ने बताया कि सेमेस्टर के एग्जाम जनवरी के मध्य में खत्म हो गए थे. यूनिवर्सिटी के नियमों के मुताबिक रिजल्ट फरवरी के मध्य तक आ जाना चाहिए था, लेकिन अभी तक हमलोग रिजल्ट का शिद्दत से इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह सिर्फ बीए पर्शियन का मामला नहीं है, बल्कि कई लैंग्वेज कोर्सेज के रिजल्ट अभी तक जारी नहीं हुए हैं. जिससे उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जामिया के कुछ छात्रों का कहना है कि रिजल्ट में देरी की वजह से उनके एक एकेडिम और करियर प्लान पर असर पड़ रहा है. हबीबा ने बताया कि मैं फ्रीलांस जॉब अप्लाई करने की योजना बना रही थी, लेकिन मार्कशीट न होने की वजह से अप्लाई नहीं कर पाई. हबीबा के मुताबिक, रिजल्ट में देरी उनके भविष्य के प्लान को प्रभावित कर रहे हैं. हमें यह भी नहीं पता कि रिजल्ट कब तक आएंगे.
मास मीडिया तीसरे सेमेस्टर के एक छात्र ने कहा, "हम पहले से ही अगले सेमेस्टर की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन हमें यह नहीं पता कि पिछले सेमेस्टर में हमारा रिजल्ट कैसा रहा है. अगर कोई बैकलॉग है, तो हमें समय पर पता चलना चाहिए जिससे हम उसके मुताबिक योजना बना सकें. यह अनिश्चितता बहुत परेशान करने वाली है." एक अन्य ग्रेजुएशन छात्र ने बताया कि इस बारे में हर बार जब भी पूछा जाता है, तो हमें वही जवाब मिलता है कि रिजल्ट जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे, लेकिन हफ्तों बीत चुके हैं और कुछ भी नहीं बदला है."
छात्रों के मुताबिक, रिजल्ट में देरी उन छात्रों को भी प्रभावित कर रही है जो स्कॉलरशिप और हायर एजुकेशन के लिए अप्लाई कर रहे हैं. एक छात्र ने बताया कि "कुछ छात्रों को स्कॉलरशिप अप्लाई करने के लिए मार्कशीट की जरुरत है. अप्लाई करने की समय सीमा नजदीक आ रही है. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी की इस ढिलाई की वजह से हम मौका गंवा सकते हैं.
जामिया की एग्जामिनेशन कंट्रोलर प्रो. सरोज कुमार महानंदा ने इस देरी को स्वीकार किया. उन्होंने इसे प्रशासनिक और तकनीकी चुनौती बताया. प्रो. सरोज कुमार महानंदा कहा, "हमारी यूनिवर्सिटी में 481 कोर्सेज हैं, जिनमें से 382 के रिजल्ट पहले ही घोषित किए जा चुके हैं. बाकी 99 अभी भी लंबित हैं, जिनमें से 62 कोर्सेज में NEP से जुड़े अंकन संबंधी जटिलताओं की वजह से देरी हो रही है. इस मुद्दे को हल करने के लिए सोमवार को एक बैठक बुलाई गई है, और हमारा लक्ष्य अगले हफ्ते तक सारे लंबित रिजल्ट जारी करने का है."