Kanpur Bomb Blast News: कानपुर के मिश्री बाजार में मस्जिद के पास दो स्कूटियों में जोरदार धमाका हुआ, जिसमें दस लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से चार की हालत गंभीर है. इस धमाके बाद 17 साल पहले मालेगांव शहर में मस्जिद के बाहर बाइक में हुए धमाके की याद ताजा हो गई. इस घटना के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई, जबकि सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुट गई हैं.
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Kanpur Blast Case: कानपुर में बुधवार (8 अक्टूबर) की शाम को भीषण धमाका होने से अफरातफरी मच गई. फर्रुखाबाद हादसे के कुछ ही दिनों बाद यह दूसरी बड़ी घटना सामने आई है. जानकारी के मुताबिक, मूलगंज थाना क्षेत्र के मिश्री बाजार स्थित बिसातखाना इलाके में मस्जिद के पास खड़ी दो स्कूटियों में अचानक विस्फोट हुआ. धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि दूर-दूर तक सुनाई दी. आसपास की दुकानों की फॉल सीलिंग गिर गई और मस्जिद की दीवारों को भी नुकसान पहुंचा है.
इस धमाके में दस लोग घायल हुए हैं, जिनमें एक औरत, कई दुकानदार और ग्राहक शामिल हैं. घायलों में चार की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें लखनऊ रेफर किया गया है. उर्सला अस्पताल के सीएमओ ने बताया कि वहां आठ घायलों को भर्ती कराया गया था. इनमें चार को गंभीर हालत में लखनऊ भेजा गया, जबकि दो लोग इलाज के बाद घर चले गए।. बाकी दो अभी उर्सला अस्पताल में भर्ती हैं.
घटना के बाद फोरेंसिक टीम, बम स्क्वायड और एटीएस की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं. पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर जांच शुरू कर दी है. अधिकारियों ने आशंका जताई है कि दोनों स्कूटियों में विस्फोटक सामग्री रखी गई थी. साथ ही यह भी संभावना जताई जा रही है कि दिवाली से पहले पटाखे बनाने के लिए विस्फोटक एक जगह जमा किए गए हों. हालांकि धमाके से हुई तबाही को देखते हुए खतरनाक विस्फोटक इस्तेमाल किए जाने की आशंका ज्यादा गहरी हो गई है.
हिंदुस्तान में छपी खबर के मुताबिक, धमाका शाम करीब सात बजे हुआ, जब बाजार में भीड़ थी और लोग खरीदारी कर रहे थे. इस बीच स्कूटियों में विस्फोट से दुकानदार, कारीगर और ग्राहक घायल हो गए. घायलों में बेकनगंज की रहने वाली कूड़ा बीनने वाली किशोरी सुहाना, लाल बंगला निवासी 58 वर्षीय दुकानदार अश्विनी कुमार, पश्चिम बंगाल मूल के 35 वर्षीय ज्वेलरी कारीगर रईसुद्दीन, स्पोर्ट्स उत्पाद की दुकान चलाने वाले 24 वर्षीय अब्दुल, बैग की दुकान के मालिक 25 वर्षीय मो. मुर्सलिन और बेल्ट व चश्मे की दुकान पर काम करने वाला 15 वर्षीय जुबीन शामिल हैं.
घटना स्थल पर पुलिस उपायुक्त पूर्वी समेत भारी पुलिस बल मौजूद है. पुलिस स्कूटियों के मालिकों को ट्रेस करने की कोशिश कर रही है और हर पहलू से जांच कर रही है ताकि धमाके की असली वजह का पता लगाया जा सके.
बता दें, 30 सितंबर 2008 में भी इसी तरह से मालेगांव शहर की एक मस्जिद के सामने बाइक में जोरदार धमाका हुआ था. इस धमाके में 6 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा लोग थे. रमजान का महीना होने की वजह से मौके पर काफी भीड़ थी. मालेगांव में हुआ धमाका इतना भीषण था कि आसपास की दुकानें, मकान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे.
इस जांच में अभिनव भारत नाम की संस्था पर आरोप लगे. जांच एजेंसियों ने 23 अक्टूबर 2028 को पूर्व बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, शिवनारायण कालसांगरा, श्याम भावरलाल साहू और कर्नल पुरोहित प्रसाद को किया था. बाद में स्वामी असीमानंद को भी एटीएस ने गिरफ्तार किया था. बीते 31 जुलाई 2025 को NIA कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया.
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